आगरा: ताजनगरी आगरा के बल्केश्वर स्थित राजकीय प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के अनुदेशक को निलंबित कर दिया गया है. अनुदेशक ने इलेक्ट्रिकल ट्रेड के छात्रों से प्रैक्टिकल में अच्छे अंक देने के लिए प्रति छात्र छह हजार रुपए की डिमांड की थी. तमाम छात्रों से रिश्वत की रकम पेटीएम भी करा ली थी.
जब अनुदेशक की डिमांड के दो ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए तो आईटीआई में खलबली मच गई. छात्रों ने आईटीआई प्रधानाचार्य से शिकायत के साथ ही साक्ष्य के बतौर पेटीएम के स्क्रीन शॉट भी दिए थे. जिस पर जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद आईटीआई निदेशक कुणाल सिल्कू ने अनुदेशक पर कार्रवाई की है.
बता दें कि, 25 मई 2024 को आईटीआई बल्केश्वर में वर्कशाप कैलकुलेशन एंड साइंस में कार्यरत अनुदेशक विवेक लवानिया के दो ऑडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए. ये ऑडियो संस्थान के शिक्षकों के ग्रुप में वायरल हुए. जिनमें छात्रों से मनमाफिक अंक पाने के लिए रुपये की डिमांड की गई थी.
अनुदेशक ने प्रति छात्र अच्छे अंक के लिए छह हजार रुपये की डिमांड की थी. जिस पर 12 से अधिक छात्रों ने लिखित शिकायत आईटीआई के प्रधानाचार्य मानसिंह भारती से शिकायत की. आईटीआई प्रधानाचार्य ने जांच कमेटी गठित की. मामला जब मंडलीय संयुक्त निदेशक आईटीआई योगेंद्र सिंह के संज्ञान में आया तो उन्होंने भी एक जांच कमेटी गठित की.
साक्ष्य के तौर पर छात्रों ने दिए पेटीएम के स्क्रीनशॉट: छात्रों ने शिकायत के साथ साक्ष्य के रूप में रकम भेजने के पेटीएम के स्क्रीन शॉट भी उपलब्ध कराए. छात्रों की शिकायत पर दोनों ही जांच कमेटियों की रिपोर्ट में अनुदेशक विवेक लवानिया पर लगाए आरोप सही पाए. जांच कमेटियों की रिपोर्ट पर आईटीआई के निदेशक कुणाल सिल्कू ने अनुदेशक विवेक लवानिया को निलंबित करके कानपुर मंडल संयुक्त निदेशक कार्यालय से संबद्ध कर दिया है.
दंड निर्धारण के लिए भी बनी जांच कमेटी: राजकीय प्रशिक्षण संस्थान (आईटीई) बल्केश्वर के प्रधानाचार्य मानसिंह भारती ने बताया कि, अनुदेशक विवेक लवानिया पर दंड निर्धारित करने के लिए जांच अधिकारी अलीगढ़ आईटीआई के संयुक्त निदेशक को बनाया गया है. अब इस प्रकरण की जांच वे ही करेंगे.
ये भी पढ़ेंः आगरा में पीएनबी के करेंसी चेस्ट में निकले 13 नकली नोट, कर्मचारियों के खिलाफ रिपोर्ट