मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर के वार्ड-41 की पार्षद सीमा झा के पति सह पूर्व वार्ड पार्षद विजय कुमार के 3 से अधिक ठिकानों पर आयकर विभाग की 3 दिनों तक छापेमारी चली थी. इस दौरान उनके अवैध कारोबार का भी खुलासा हुआ था. आयकर विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बरामद कागजातों से यह खुलासा हुआ कि उन्होंने 13 से 14 करोड़ बाजार में सूद पर लगा रखा है.
वार्ड पार्षद और उनके पति गिरफ्तार: इन रुपये के एवज में ये संबंधित लोगों से 15 से 20 फीसदी प्रति महीने की दर से ब्याज वसूलते थे. यानी सालाना 150 से 200 फीसदी तक की बेहद मोटी ब्याज पर राशि की वसूली होती थी, जो कर्जदाता समय पर पैसे नहीं देते थे या राशि देने में योग्य साबित नहीं होते थे, उनकी संपत्ति मसलन मकान, जमीन या खेत को विजय कुमार जबरन लिखवा लेते थे. उन्होंने व्यवसायी से लेकर कई तरह के लोगों को ब्याज पर ये पैसे दे रखे हैं.
करोड़ों की संपत्ति का खुलासा: छापेमारी के दौरान इनके पास से 75 से अधिक जमीन-जायदाद के कागजात बरामद हुए हैं. ये सभी मुजफ्फरपुर और इसके आसपास के इलाकों के हैं. अधिकतर जमीन- जायदाद सूद पर दी गई राशि के समय पर नहीं लौटाने वालों से ही लिखवाए गए हैं. इनके तीन से अधिक ठिकानों पर तीन दिनों तक चली आयकर की छापेमारी में करीब 1 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए हैं, जिनका वास्तविक स्रोत ये नहीं बता पाए.
1 किलो सोना मिला: एक किलो सोने के गहने, दर्जन से अधिक बैंक पासबुक और निवेश से जुड़े कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं. इन दस्तावेजों में कई लोगों को लोन देने से संबंधित कच्चे कागज पर बने समझौता पत्र भी बरामद हुए हैं. फिलहाल सभी कागजातों की जांच चल रही है.
IT ठोक सकता है जुर्माना: आयकर विभाग पूरे मामले की तफ्तीश करने के बाद इसके खिलाफ 300 फीसदी तक जुर्माना ठोक सकता है. आपराधिक तरीके से धन जमा करने के आरोप में उनके मामले को इंडी (प्रवर्तन निदेशालय) को भी स्थानांतरित किया जा सकता है. पहले आयकर अपनी तफ्तीश पूरी कर लेगी, तब आगे की कार्रवाई होगी.
पुलिस भी अलग से कर रही जांच: इनके ठिकानों से 5 पिस्तौल, करीब 10 बोतल शराब के अलावा मुजफ्फरपुर एसएसपी का स्टाप भी बरामद हुआ है. इस स्टॉप के बरामद होने का मतलब है कि इनके स्तर से कुछ फर्जी कागजात भी बनाए जाते थे. इन सभी मुद्दों पर आगे की सघन तफ्तीश के लिए स्थानीय थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है. इसमें विजय कुमार समेत अन्य की गिरफ्तारी हो गई है. पुलिस ने इस मामले की अलग से जांच शुरू कर दी है.
इन धाराओं में मामला दर्ज: आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान निजी स्कूल से अवैध हथियार मिलने के मामले में गिरफ्तार वार्ड 41 के पूर्व पार्षद विजय झा को रविवार को मुशहरी थाने की पुलिस ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. जेल जाने से पहले कचहरी में उससे मिलने वालों की भीड़ जुटी रही. इसके साथ ही नई बाजार स्थित सविता विवाह भवन से छापेमारी में शराब और संदिग्ध मुहर व सील मिलने के कारण उसके खिलाफ नगर थाने में मद्य निषेध अधिनियम और फर्जीवाड़ा की धारा में एफआईआर दर्ज की गई.
निजी स्कूल से हथियार बरामद: जेल जाने से पहले विजय झा ने कहा कि जिस निजी स्कूल से हथियार मिले हैं, उसे किराए पर दे रखा है. किराएदार सकरा थाना के बेरुआ डीह निवासी अविनाश कुमार फरार हैं. हथियार जब्ती मामले में मुशहरी थाना के पीएसआई तेज प्रकाश सिंह के बयान पर एफआईआर दर्ज की गई है.
पत्नी सीमा झा अभी आईसीयू में भर्ती: इसमें जेल भेजे गए स्कूल के उप प्राचार्य आदर्श प्रियदर्शी के अलावा स्कूल के निदेशक रामबाग मोहल्ला निवासी पूर्व वार्ड पार्षद विजय झा, उसकी पार्षद पत्नी सीमा झा और स्कूल के प्राचार्य सकरा थाना के बेरुआ डीह निवासी अविनाश कुमार को भी नामजद आरोपित बनाया गया है. इधर, अस्पताल भेजी गई वार्ड पार्षद सीमा झा आईसीयू में भर्ती हैं. हालांकि, स्थिति में सुधार है. छापेमारी के अंत में आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तारी की सूचना पर उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई थी.
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