रायपुर : छत्तीसगढ़ विधानसभा बजट सत्र में सोमवार की कार्यवाही के दौरान बालको संयंत्र से फ्लाई ऐश के उत्सर्जन का मुद्दा उठा. बीजेपी के वरिष्ठ विधायक धरम लाल कौशिक की जगह पर पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने मंत्री ओपी चौधरी से सवाल पूछे. अजय चंद्राकर ने पूछा कि बालको से 52 लाख टन राखड़ निकला है. 16 लाख टन का निष्पादन हुआ है. लगभग 35 लाख टन का निष्पादन नहीं हुआ है. निष्पादन ना होने का कारण क्या है और वो कहां रखा गया है. जो निष्पादित नहीं हुए हैं, उसे निष्पादित करने की क्या नियम प्रक्रिया है. जनवरी 2022 से नवंबर 2023 तक कितने फ्लाई ऐश का उत्सर्जन किया गया. कितनी बार निरीक्षण किया गया, कितनी पेनाल्टी ली गई.
मंत्री ओपी चौधरी ने दिया जवाब : इस पर मंत्री ओपी चौधरी ने जवाब में बताया कि जो चार्ट उपलब्ध कराया गया उसमें स्पष्ट है जितना प्रति माह फ्लाई ऐश का उत्पादन हो रहा है.उससे ज्यादा यूटिलाइज किया जा रहा है.उसमें अलग-अलग डिस्पोज करने के दो अलग-अलग टेबल हैं. जो पुराना बचा हुआ है उस फ्लाई ऐश को भी डिस्पोज करने की कोशिश की जा रही है.इस दौरान ओपी चौधरी ने कब-कब निरीक्षण किया गया और कितनी पेनॉल्टी ली गई उसकी भी जानकारी दी.
निरीक्षण के बाद ली गई पेनॉल्टी : ओपी चौधरी ने बताया कि दो साल में चार बार निरीक्षण किया गया है. लाखों रुपये की पेनॉल्टी वसूली गई है.ओपी चौधरी ने आगे कहा कि कई जगहों का निरीक्षण किया गया है. प्रति टन के हिसाब से पेनाल्टी ली गई है. पेनाल्टी कम न हो, यह सुनिश्चित करेंगे. आगे निरीक्षण को भी बढ़ाया जाएगा.