करनालः जिले में स्थित हरियाणा पिछड़ा वर्ग कल्याण निगम कार्यालय में सीएम फ्लाइंग टीम की छापेमारी से बुधवार को हड़कंप मच गया. जांच के दौरान टीम के सामने कई गड़बड़ियां आई. टीम ने पाया कि कई योग्य लाभुकों के आवेदन को जानबूझ कर रिजेक्ट कर दिया गया है. कुछ आवेदनों को जानबूझकर विलम्ब से निपटाया जा रहा है. जांच टीम ने पाया कि करनाल जिले में 1100 फाइलों को रिजेक्ट किया गया है. इनमें कितने योग्य आवेदन को रिजेक्ट किया गया है, इसकी जांच की जा रही है. मौके से फील्ड अधिकारी गुरमीत मील गैर हाजिर पाये गये.
सीएम फ्लाइंग टीम से कार्यालय में हड़कंपः करनाल की पुरानी अनाज मंडी स्थित हरियाणा पिछड़ा वर्ग कल्याण निगम कार्यालय पर सीएम फ्लाइंग की टीम सुबह-सुबह दाखिल हो गई. टीम ने पहुंचते ही सबसे पहले हाजिरी रजिस्टर और पुराने रिकॉर्ड अपने कब्जे में लिया. अचानक से छापेमारी के बाद कार्यालय में हड़कंप मच गया और सभी अधिकारी कर्मचारी दंग रह गए.
फाइलों को खंगाल रही है टीमः निगम में जांच के दौरान कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों की कार्यशैली भी सवालों के घेरे में पाया गया. टीम ने पाया कि जानबूझ कर समय पर निपटारा नहीं किया जा रहा है. छापेमारी के दौरान टीम ने पिछड़े वर्ग को दिए जाने वाले लोन समेत अन्य सरकारी योजनाओं की फाइलें खंगाली. करीब 1100 लंबित मिली है और अभी तहकीकात की जा रही है.
कार्यालय से दिनभर गैर हाजिर रहते हैं अधिकारी-कर्मचारीः सीएम फ्लाइंग टीम के डीएसपी सुशील कुमार ने बताया कि हमें इस कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों के बारे में काफी समय से शिकायतें मिल रही थी. बहुत सी शिकायतें ये अभी आ रही थी कि जिनके पास लोन लेटर है, उन्हें लोन नहीं दिया जा रहा है. अधिकारी और कर्मचारी पूरे दिन कार्यालय में नहीं मिलते हैं.
1100 फाइलें पेंडिंगः डीएसपी सुशील कुमार ने बताया कि अब तक जांच में करीब 1100 फाइलें पेंडिंग पाई गई है. बहुत सी ऐसी फाइलें भी हैं जो सरकार की योजना के पात्र हैं, लेकिन अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान एक फील्ड ऑफिसर गुरमीत सिंह भी गैर हाजिर मिले हैं. जांच के दौरान जो भी खामियां पाई गई हैं, उसकी रिपोर्ट बनाकर हेड ऑफिस में भेज दी जाएगी, ताकि खामियां में सुधार हो सके. साथ ही जो अधिकारी-कर्मचारी खामियों के जिम्मेदार हैं, उन पर विभागीय कार्रवाई भी हो सकती है.