जामताडा: संथाल परगना के दुमका लोकसभा सीट से झामुमो के प्रत्याशी नलिन सोरेन की जीत को जामताड़ा से कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी ने राहुल गांधी और कल्पना सोरेन की मेहनत का परिणाम बताया है. उन्होंने कहा कि दुमका लोकसभा सीट से मोहब्बत की जीत हुई है और घमंड और नफरत की हार हुई. दरअसल, दुमका लोकसभा सीट एनडीए और इंडिया गठबंधन दोनों के लिए प्रतिष्ठा की सीट बन गई थी.
इस सीट से भाजपा के प्रत्याशी शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन थी. एनडीए की प्रत्याशी के रूप में सीता सोरेन को भाजपा ने उतारा था और शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन के कंधे पर बंदूक रखकर गुरु जी के गढ़ को भेदने की पूरी तैयारी थी लेकिन भाजपा नाकाम रही. वहीं, झामुमो के प्रत्याशी नलिन सोरेन गुरु जी की प्रतिष्ठा को बचाने में सफल रहे.
इस सीट को लेकर जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने कहा है कि इस सीट पर जीत राहुल गांधी और कल्पना सोरेन की मेहनत का नतीजा है. इरफान अंसारी ने कहा है कि राहुल गांधी और कल्पना सोरेन की मेहनत का परिणाम है कि दुमका लोकसभा सीट से झामुमो के प्रत्याशी की जीत हुई है. दुमका लोकसभा सीट से मोहब्बत की जीत हुई है और घमंड और नफरत की हार हुई है.
जनता ने बीजेपी के बड़े-बड़े नेताओं को नकारा
विधायक इरफान अंसारी ने कहा कि भाजपा के बड़े-बड़े नेता ने संथाल परगना में जामताड़ा और दुमका का दौरा किया, जिसे जनता ने नाकार दिया और झामुमो प्रत्याशी को जीत दिलाई. विधायक ने कहा कि जामताड़ा अपने विधानसभा क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रत्याशी नलिन सोरेन को करीब 44000 मतों से बढ़त दिलाने का काम किया है. इससे अब दुमका और जामताड़ा का विकास होगा.
दुमका लोकसभा सीट से झारखंड मुक्ति मोर्चा प्रत्याशी नलिन सोरेन की जीत दर्ज होने से जहां इंडिया गठबंधन के कार्यकर्ता और समर्थकों में खुशी की लहर है. वहीं, भाजपा कार्यकर्ताओं और समर्थकों में मायूसी छायी हुई है. इंडिया गठबंधन के नेता-विधायक जहां दुमका लोकसभा सीट की जीत को राहुल और कल्पना सोरेन की मेहनत का परिणाम बता रहे हैं तो वहीं भाजपा के कार्यकर्ता समर्थक हार और जीत को लेकर आकलन करने में जुटे हुए हैं कि कहां चूक हुई और किस कारण से भाजपा को यह सीट गंवानी पड़ी.
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