कोडरमाः जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सतगावां में जननी सुरक्षा योजना के तहत लाखों रुपये की गड़बड़ी मामले की जांच तेज हो गई है. डीडीसी ऋतुराज की अगुवाई में पांच सदस्यीय टीम मंगलवार को सतगावां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची और बारी-बारी से कर्मियों से पूछताछ की. पूछताछ के बाद तकरीबन 15 लोगों से पीआर बांड भी भरवाया गया है.
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा
बताते चलें कि पिछले दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सतगावां के लिपिक और अकाउंटेंट की मिलीभगत से जननी सुरक्षा योजना के लाखों रुपये के बंदरबाट किए जाने का मामला प्रकाश में आया था. मामले का खुलासा तब हुआ, जब एक ही महिला के बैंक खाते में एक ही दिन में इस योजना के तहत 12 बार 1400- 1400 की राशि ट्रांसफर की गई. इसके अलावे अकाउंटेंट और लिपिक ने अपने परिजनों के खाते में भी इस योजना की राशि ट्रांसफर कर गबन किया.
इन कर्मियों से टीम ने की है पूछताछ
जांच को लेकर लिपिक अजीत कुमार, अकाउंटेंट, कई सहिया, ममता वाहन के चालक, अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ, सफाई कर्मी और कंप्यूटर ऑपरेटर समेत अस्पताल के पियून से भी पूछताछ की गई है.
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सतगावां का बैंक अकाउंट फ्रीज
मामला प्रकाश में आने के बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सतगावां का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया है. वहीं डीसी के निर्देश पर डीडीसी की अध्यक्षता में एक पांच सदस्य टीम गठित की गई थी, जो पूरे मामले की जांच कर रही है. जांच के बाद इसकी रिपोर्ट डीसी को सौंपी जाएगी.
सीएचसी के कर्मियों से की जा रही है पूछताछः डीडीसी
जांच के दौरान डीडीसी ऋतुराज ने बताया कि इस पूरे घोटाले में जिन-जिन लोगों की संलिप्तता पाई गई है सभी से बारी-बारी से और आमने-सामने बिठाकर पूछताछ की गई है. साथ ही बैंकों से भी डाटा मंगाया जा रहा है. डाटा के मिलान के बाद इस मामले में और कई घोटालेबाजों का नाम सामने आ सकते हैं.
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