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बीजेपी को अपने 18 साल के राज में घुसपैठ नजर नहीं आया, यह सब लिलिपुटियन की जमात: सुबोधकांत सहाय

सुबोधकांत सहाय ने घुसपैठ और डेमोग्राफी चेंज मुद्दे पर बीजेपी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को अपने राज में ये नहीं दिखा.

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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 17, 2024, 7:41 AM IST

Updated : Oct 17, 2024, 10:38 AM IST

रांची: पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने भाजपा को लिलिपुटियन का जमात बताया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में सुबोधकांत सहाय ने कहा कि हम उपलब्धि पर चुनाव लड़ रहे हैं, वे जगलरी पर लड़ रहे हैं. इस चुनाव में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा भाजपा द्वारा उठाए जाने पर सुबोधकांत सहाय ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि 18 साल से उन्हें बांग्लादेशी नजर नहीं आ रहे थे, पांच साल सत्ता से बाहर क्या हुए उन्हें बांग्लादेशी नजर आने लगे.

सुबोधकांत सहाय से बात करते संवाददाता भुवन किशोर (ETV BHARAT)

सुबोधकांत सहाय ने कहा कि अचानक उन्हें बांग्लादेशी कैसे नजर आने लगे, क्योंकि इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. भाजपा पर निशाना साधते हुए सुबोध कांत सहाय ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान, पाकिस्तान, कश्मीर जैसे मुद्दे उठाए. झारखंड में 18 साल से बीजेपी राज की है और केंद्र में पिछले 10 वर्ष से उन्हीं की सरकार है. सहाय ने कहा कि वे देश के होम मिनिस्टर रह चुके हैं. उनके सामने कश्मीर, असम उल्फा, एलटीटी, मंडल कमीशन, आडवाणी जी की रथ यात्रा, ये सब कुछ देखा है. इसीलिए वे मानता हैं कि अचानक बांग्लादेशी इनको कहां से मिल गए.

हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव: सुबोधकांत

हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कहते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है. यह सौ फीसदी सही है कि इंडिया गठबंधन इस बार का चुनाव हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़ेगा, क्योंकि आज के दिन में हेमंत सोरेन एक परिपक्व नेता हैं. पढ़े-लिखे होने की वजह से हेमंत सोरेन में विजन भी है. यहां नेताओं में विजन का अभाव था, लेकिन वे यहां के लोगों को आर्थिक रूप से कैसे संपन्न किया जाए इसे करके दिखाए हैं. दूसरे प्रशासनिक क्षेत्र में बड़ा बदलाव करते हुए आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम एक बड़ी सोच और एक बड़ा काम था.

भाजपा रोजगार का मुद्दा उठाने पर हंसी आती है: सुबोधकांत

सुबोधकांत सहाय ने कहा कि भाजपा रोजगार का मुद्दा उठाएं, इस पर क्या ही कहा जा सकता है. इनके सबसे बड़े नेता मोदी जी ने 2 करोड़ प्रतिवर्ष रोजगार देने की बात कही थी तो पहले वह 10 करोड़ का हिसाब दे दें और यह 18 वर्ष राज किए हैं झारखंड में तो इस हिसाब से पांच लाख प्रतिवर्ष से यह भी गिनती कर लें कि उन्होंने क्या किया है. सुबोधकांत सहाय ने कहा कि यह हाथी उड़ाने का काम किया है. इन लोगों के द्वारा क्या-क्या नहीं ड्रामा किया गया है. यह लुभाने की कोशिश हो रही है. मंईया योजना हुई तो इन लोगों ने गोगो दीदी योजना लाया.

इंडिया गठबंधन के साथ आंदोलनकारी: सुबोधकांत

सुबोधकांत सहाय ने इस विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत का दावा करते हुए कहा कि आदिवासी अल्पसंख्यक दलित पिछड़ा के अलावा झारखंड के आंदोलनकारी हमारे साथ हैं. उन्होंने कहा कि संविधान को लेकर यहां के लोग लड़ाई लड़ते रहे हैं, जो अभी भी वह लड़ाई जारी है. इसलिए कि राज्य एक महत्वपूर्ण है और यदि हमारी सरकार यहां रहेगी तो कोई फैसला जो केंद्र के होंगे उसे हम खारिज भी कर सकते हैं या अधिकार है हमें. इन सारी चीजों को लेकर झारखंड में एक्टिविस्ट बहुत हैं और वह भाजपा के नहीं है, एक्टिविस्ट जो है वह आंदोलनकारी हैं और जो भाजपा के हैं वो पोलराइजेशन का है.

ये भी पढ़ें: हिमंता को हेमंत से नहीं है परहेज, बांग्लादेशी घुसपैठियों से आदिवासी की रक्षा जरुरी, हालिया राजनीतिक घटनाक्रम और संभावनाओं पर बेबाक बातचीत

ये भी पढ़ें: बाप की उम्र 60 साल बेटे की 67, संथाल के सभी 6 जिलों के डीसी-एसपी जाएंगे जेल: निशिकांत दुबे

रांची: पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने भाजपा को लिलिपुटियन का जमात बताया है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में सुबोधकांत सहाय ने कहा कि हम उपलब्धि पर चुनाव लड़ रहे हैं, वे जगलरी पर लड़ रहे हैं. इस चुनाव में बांग्लादेशी घुसपैठ का मुद्दा भाजपा द्वारा उठाए जाने पर सुबोधकांत सहाय ने तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि 18 साल से उन्हें बांग्लादेशी नजर नहीं आ रहे थे, पांच साल सत्ता से बाहर क्या हुए उन्हें बांग्लादेशी नजर आने लगे.

सुबोधकांत सहाय से बात करते संवाददाता भुवन किशोर (ETV BHARAT)

सुबोधकांत सहाय ने कहा कि अचानक उन्हें बांग्लादेशी कैसे नजर आने लगे, क्योंकि इनके पास कोई मुद्दा नहीं है. भाजपा पर निशाना साधते हुए सुबोध कांत सहाय ने कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान, पाकिस्तान, कश्मीर जैसे मुद्दे उठाए. झारखंड में 18 साल से बीजेपी राज की है और केंद्र में पिछले 10 वर्ष से उन्हीं की सरकार है. सहाय ने कहा कि वे देश के होम मिनिस्टर रह चुके हैं. उनके सामने कश्मीर, असम उल्फा, एलटीटी, मंडल कमीशन, आडवाणी जी की रथ यात्रा, ये सब कुछ देखा है. इसीलिए वे मानता हैं कि अचानक बांग्लादेशी इनको कहां से मिल गए.

हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़ेंगे चुनाव: सुबोधकांत

हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कहते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है. यह सौ फीसदी सही है कि इंडिया गठबंधन इस बार का चुनाव हेमंत सोरेन के नेतृत्व में लड़ेगा, क्योंकि आज के दिन में हेमंत सोरेन एक परिपक्व नेता हैं. पढ़े-लिखे होने की वजह से हेमंत सोरेन में विजन भी है. यहां नेताओं में विजन का अभाव था, लेकिन वे यहां के लोगों को आर्थिक रूप से कैसे संपन्न किया जाए इसे करके दिखाए हैं. दूसरे प्रशासनिक क्षेत्र में बड़ा बदलाव करते हुए आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम एक बड़ी सोच और एक बड़ा काम था.

भाजपा रोजगार का मुद्दा उठाने पर हंसी आती है: सुबोधकांत

सुबोधकांत सहाय ने कहा कि भाजपा रोजगार का मुद्दा उठाएं, इस पर क्या ही कहा जा सकता है. इनके सबसे बड़े नेता मोदी जी ने 2 करोड़ प्रतिवर्ष रोजगार देने की बात कही थी तो पहले वह 10 करोड़ का हिसाब दे दें और यह 18 वर्ष राज किए हैं झारखंड में तो इस हिसाब से पांच लाख प्रतिवर्ष से यह भी गिनती कर लें कि उन्होंने क्या किया है. सुबोधकांत सहाय ने कहा कि यह हाथी उड़ाने का काम किया है. इन लोगों के द्वारा क्या-क्या नहीं ड्रामा किया गया है. यह लुभाने की कोशिश हो रही है. मंईया योजना हुई तो इन लोगों ने गोगो दीदी योजना लाया.

इंडिया गठबंधन के साथ आंदोलनकारी: सुबोधकांत

सुबोधकांत सहाय ने इस विधानसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की जीत का दावा करते हुए कहा कि आदिवासी अल्पसंख्यक दलित पिछड़ा के अलावा झारखंड के आंदोलनकारी हमारे साथ हैं. उन्होंने कहा कि संविधान को लेकर यहां के लोग लड़ाई लड़ते रहे हैं, जो अभी भी वह लड़ाई जारी है. इसलिए कि राज्य एक महत्वपूर्ण है और यदि हमारी सरकार यहां रहेगी तो कोई फैसला जो केंद्र के होंगे उसे हम खारिज भी कर सकते हैं या अधिकार है हमें. इन सारी चीजों को लेकर झारखंड में एक्टिविस्ट बहुत हैं और वह भाजपा के नहीं है, एक्टिविस्ट जो है वह आंदोलनकारी हैं और जो भाजपा के हैं वो पोलराइजेशन का है.

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Last Updated : Oct 17, 2024, 10:38 AM IST
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