दुर्ग : पाटन के मोती ज्वेलर्स में हुई चोरी का पुलिस ने पर्दाफाश किया है.जिन आरोपियों को पुलिस ने दबोचा है,उनके चोरी करने के तरीके को सुनकर पुलिस हैरान हो गई. इस चोरी की वारदात को आठ आरोपियों ने मिलकर अंजाम दिया था. आरोपियों ने ज्वेलर्स की दुकान से दो किलो चांदी, 20 लाख कीमत की ज्वेलरी और 25 हजार की नकदी बरामद की है.इस मामले में 4 आरोपी अब भी फरार हैं.
कब हुई थी चोरी ?: चोरी की वारदात 21 जनवरी 2024 की है. पाटन के मोती ज्वेलर्स के यहां चोरी हुई थी. चोरी के बाद प्रार्थी मनहरण लाल देवांगन ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई.इस दौरान पुलिस ने जेल से रिहा हुए अपराधियों पर नजर रख रही थी.साथ ही इलाके के सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले गए.इसी दौरान पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में बाइक से जा रहे कुछ संदिग्ध लोग दिखाई दिए.सीसीटीवी के सहारे पुलिस लाभांडी मोड़ तक पहुंची.जहां वाहन की जानकारी पुलिस को मिल गई. पूछताछ करने पर वाहन खिलेन्द्र वर्मा निवासी रायपुर की जानकारी मिली.
ऐसे सुलझाया पुलिस ने केस : पुलिस को जब बाइक के जरिए संदेही मिला,तो उस पर नजर रखनी शुरु की.इसी दौरान पुलिस को पता चला कि खिलेंद्र वर्मा यूपी से आए बदमाशों को अपने गाड़ी में बिठाकर घूमा रहा था.इसकी पुष्टि होने पर पुलिस ने खिलेंद्र वर्मा को हिरासत में लेकर पूछताछ की.पूछताछ में खिलेंद्र ने पहले तो पुलिस को उलझाने की कोशिश की.लेकिन बाद में जब पुलिस ने खिलेंद्र के सामने सबूत रखे तो उसने चोरी की सारी जानकारी पुलिस को दे दी.
मिक्सी बेचकर करते थे रेकी : खिलेंद्र ने पुलिस को बताया कि जलाली निवासी साकिब अपने साथियों के साथ चोरी का काम करता है.इसके लिए वो मिक्सी बेचने का नाटक करता है.मिक्सी बेचने की आड़ में साकिब और उसके साथ घरों की रेकी करते हैं.इसके बाद घर पक्का करने के बाद निर्धारित समय में मकान में धावा बोलकर माल उड़ा लेते हैं. पाटन के मोती ज्वेलर्स में भी साकिब एंड कंपनी ने ही चोरी की थी.
दुर्ग पुलिस ने यूपी से दबोचा गैंग : इस आधार पर एसपी ने साकिब और उसके गैंग को गिरफ्तार करने के लिए टीम बनाई.टीम खिलेंद्र से मिले ठिकाने के आधार पर जलाली पहुंची जहां उन्होंने अलीगढ़ पुलिस की मदद से साकिब को दबोचा.इसके बाद उसके साथी दारान जसवंत और पप्पू को गिरफ्तार किया. सभी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने चोरी का सामान खिलेंद्र वर्मा के कब्जे से बरामद किया.