दंतेवाड़ा: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एक ऐसी शख्सियत से आपको मिलवाते हैं जिनका कहानी सुनकर खुद सीएम भी तारीफ किए बिना नहीं रह पाए. बस्तर फाइटर में कमांडो के रुप में तैनात सुनैना अब किसी पहचान की मोहताज नहीं रहीं. राज्य की रक्षा के लिए वो दिन रात बस्तर के जंगलों में नक्सलियों से लोहा ले रहे हैं. महिला दिवस पर जब सीएम विष्णुदेव साय महिला जवानों से संवाद करने पहुंचे तो सुनैना ने अपनी वीरता की कहानी उनको भी सुनाई. सुनैना की कहानी सुनने के बाद सीएम और कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों ने सुनैना की जमकर तारीफ की.
कहानी कमांडो सुनैना की: महिला दिवस पर दंतेवाड़ा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने महिला जवानों से सीधा संवाद किया. संवाद के दौरान सीएम ने बस्तर फाइटर्स और दंतेश्वरी फाइटर्स के तौर पर काम कर रही महिला जवानों का हौसला बढ़ाया. संवाद के दौरान सबसे खास पल आया जब बस्तर फाइटर की जवान सुनैना ने सीएम को अपनी कहानी सुनाई. सुनैना ने बताया कि देश सेवा का जज्बा उसकी रगों में लहू बनकर बहता है. सुनैना ने कहा कि जब वो सात महीने की गर्भवती थी तब वो बस्तर के जंगलों में सर्चिंग के लिए बेखौफ जाती थी.
आज बहुत ही भावुक कर देने वाला दिन है. बचपन में बुजुर्ग पूछते थे क्या मैं एक ईंट को अपने हाथों में लेकर 9 महीने तक चल सकता हूं. मेरा जवाब होता था नहीं. मैं एक दिन भी इतना वजन लेकर नहीं चल सकता. तब बुजुर्ग कहा करते थे. मां अपने बच्चों के लिए 9 महीने तक ये कष्ट खुशी खुशी सहती है. बच्चे को वो बोझ नहीं वरदान मानती है. इसलिए मां को जननी कहा जाता है. मां को महान कहा जाता है. आप लोग जिस त्याग और तप के दम पर देश और राज्य की सेवा कर रहीं हैं उसे देखकर और सुनकर मन भावुक हो रहा है. आपका त्याग सर्वोपरी है. - विष्णु देव साय, मुख्यमंत्री, छत्तीसगढ़
सीएम ने की तारीफ: कमांडो सुनैना की कहानी सुनने के बाद पूरा हॉल तालियों की गड़हड़ाहट से गूंज उठा. खुद सीएम विष्णु देव साय ने सुनैना की तारीफ करते हुए कहा कि आप लोगों की वजह से ही बस्तर के लोग चैन की नींद सोते हैं. बस्तर फाइटर की कमांडों सुनैना की तारीफ इससे पहले खुद केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी भी कर चुकी हैं. नक्सली मुठभेड़ में उनकी बहादुरी को देखते हुए सुनैना को आउट ऑफ टर्म प्रमोशन भी दिया गया.