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कल से मसूरी में शुरू होगा अंतरराष्ट्रीय वेल-बीइंग सम्मेलन, देश-विदेश के प्रतिनिधि होंगे शामिल - International Well Being Conference - INTERNATIONAL WELL BEING CONFERENCE

International Well Being Conference मसूरी में वुडस्टॉक स्कूल के प्रतिनिधिमंडल ने एक प्रेस वार्ता आयोजित की, जिसमें बताया गया कि 27 से 28 सितंबर को भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय वेल-बीइंग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा.

International Well Being Conference
मसूरी में शुरू होगा अंतरराष्ट्रीय वेल-बीइंग सम्मेलन (photo-ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Sep 26, 2024, 3:15 PM IST

मसूरी: वुडस्टॉक स्कूल में 27 से 28 सितंबर को भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय वेल-बीइंग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. ये सम्मेलन पाथवेज टू फ्लोरिश थीम पर आयोजित होगा. सम्मेलन शिक्षा में कल्याणकारी तत्वों के समावेश के लिए समग्र दृष्टिकोण को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभाएगा.

कुल 232 प्रतिनिधि सम्मेलन में लेंगे हिस्सा: वुडस्टॉक स्कूल के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेल-बीइंग कांफ्रेंस में 17 भारतीय राज्यों के 77 स्कूलों के 145 प्रतिनिधियों और नेपाल के एक स्कूल के 85 प्रतिनिधियों समेत कुल 232 प्रतिनिधि शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि इस अद्वितीय मंच की परिकल्पना इस तरह की गई है कि स्कूलों में छात्रों के हित, मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक लचीलेपन को बढ़ाने वाली अभिनव नीतियों और रूपरेखाओं का पता लगाने का प्रयास हो सके.

कल से मसूरी में शुरू होगा अंतरराष्ट्रीय वेल-बीइंग सम्मेलन (video-ETV Bharat)

विभिन्न लोग होंगे लाभान्वित: प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि सम्मलेन में होने वाली चर्चाओं और संभाषणों से शिक्षकों, परामर्शदाताओं, मानसिक स्वास्थ्य और शोधकर्ताओं सहित समस्त प्रतिभागी लाभान्वित होंगे. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अगली पीड़ी के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को बेहतर बनाने के लिए स्कूली समुदायों को जरूरी जानकारियों और उपकरणों की मदद से सशक्त बनाना है.

रिसाइकिल किये गए कागज से बनी सामग्री: सम्मेलन के प्रतिभागियों को उत्तराखंड के दूरदराज गांवों की महिलाओं द्वारा बनाए गए हस्तनिर्मित बैग दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि वुडस्टॉक पर्यावरण की स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए अधिकांश मुद्रित सामग्री रिसाइकिल किये गए कागज से बनाई गई है और सूखे नारियल के पत्तों से कलम तैयार की गई है, जो सम्मेलन में प्रयोग में लाए जाएंगे.

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मसूरी: वुडस्टॉक स्कूल में 27 से 28 सितंबर को भारत का पहला अंतरराष्ट्रीय वेल-बीइंग सम्मेलन आयोजित किया जाएगा. ये सम्मेलन पाथवेज टू फ्लोरिश थीम पर आयोजित होगा. सम्मेलन शिक्षा में कल्याणकारी तत्वों के समावेश के लिए समग्र दृष्टिकोण को बढ़ावा देने में अग्रणी भूमिका निभाएगा.

कुल 232 प्रतिनिधि सम्मेलन में लेंगे हिस्सा: वुडस्टॉक स्कूल के प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय वेल-बीइंग कांफ्रेंस में 17 भारतीय राज्यों के 77 स्कूलों के 145 प्रतिनिधियों और नेपाल के एक स्कूल के 85 प्रतिनिधियों समेत कुल 232 प्रतिनिधि शामिल होंगे. उन्होंने कहा कि इस अद्वितीय मंच की परिकल्पना इस तरह की गई है कि स्कूलों में छात्रों के हित, मानसिक स्वास्थ्य और भावनात्मक लचीलेपन को बढ़ाने वाली अभिनव नीतियों और रूपरेखाओं का पता लगाने का प्रयास हो सके.

कल से मसूरी में शुरू होगा अंतरराष्ट्रीय वेल-बीइंग सम्मेलन (video-ETV Bharat)

विभिन्न लोग होंगे लाभान्वित: प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि सम्मलेन में होने वाली चर्चाओं और संभाषणों से शिक्षकों, परामर्शदाताओं, मानसिक स्वास्थ्य और शोधकर्ताओं सहित समस्त प्रतिभागी लाभान्वित होंगे. इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य अगली पीड़ी के मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण को बेहतर बनाने के लिए स्कूली समुदायों को जरूरी जानकारियों और उपकरणों की मदद से सशक्त बनाना है.

रिसाइकिल किये गए कागज से बनी सामग्री: सम्मेलन के प्रतिभागियों को उत्तराखंड के दूरदराज गांवों की महिलाओं द्वारा बनाए गए हस्तनिर्मित बैग दिए जाएंगे. उन्होंने कहा कि वुडस्टॉक पर्यावरण की स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है, इसलिए अधिकांश मुद्रित सामग्री रिसाइकिल किये गए कागज से बनाई गई है और सूखे नारियल के पत्तों से कलम तैयार की गई है, जो सम्मेलन में प्रयोग में लाए जाएंगे.

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