नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस के दक्षिणी रेंज की स्पेशल सेल ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग कार्टेल का भंडाफोड़ कर दो एक्टिव मैंबर्स को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. दोनों अफ्रीकी मूल के नागरिक हैं, जिनकी पहचान मैरिएन कोन (29) और ओनेकाची ऊर्फ किंग (37) रूप में की गई है. इनके पास से 5.951 किलोग्राम मेथमफेटामाइन ड्रग्स बरामद की गई, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत 20 करोड़ रुपये से अधिक आंकी गई है.
दक्षिणी रेंज एवं नारको टेरर के डीसीपी (स्पेशल सेल) अमित कौशिक के मुताबिक, दिल्ली/एनसीआर से देश के विभिन्न हिस्सों में मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले अफ्रीकी मूल के कई लोगों के दिल्ली में होने की सूचना मिली थी. इसके बाद एसीपी वेद प्रकाश की निगरानी में कार्टेल का पर्दाफाश करने की योजना बनाई गई और मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर महिपाल पुर में पेट्रोल पंप के पास ट्रैप लगाया गया. करीब शाम 5.15 बजे महिला ड्रग सप्लायर मैरिएन कोन महिपालपुर की ओर से पैदल आते हुए देखा गया, जो दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर पेट्रोल पंप के सामने रुकी.
जब वह आगे बढ़ी तो टीम के सदस्यों ने उसे धर दबोचा और तलाशी लेने पर 5.127 कि.ग्रा. मेथामफेटामाइन बरामद किया गया. बरामद नशीले पदार्थ को जब्त कर एनडीपीएस एक्ट के तहत स्पेशल सेल थाने में मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई. आरोपी मैरिएन कोन ने खुलासा किया कि वह दिल्ली में अफ्रीकी मूल के लोगों की ओर से चलाए जा रहे ड्रग कार्टेल की मैंबर है. बरामद किया गया नशीला पदार्थ उसने निलोठी एक्सटेंशन में रहने वाले किंग्सले ओनेकाची ऊर्फ किंग से खरीदा था. इसके बाद किंग को गिरफ्तार कर उसके घर से 824 ग्राम अधिक मेथमफेटामाइन भी जब्त की गई.
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उन्होंने खुलासा किया कि कैसे वह लोग नशीले पदार्थ की सप्लाई करते थे. साथ ही यह बी बताया कि दोनों अवैध रूप से भारत में रह रहे थे. उनके खिलाफ विदेशी अधिनियम के उल्लंघन का भी मामला दर्ज किया गया है. ड्रग कार्टेल में संलिप्त बाकी सदस्यों की भी पहचान की जा रही है, ताकि उन्हें भी जल्द गिरफ्तार किया जा सके.
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