रोहतास : बिहार के रोहतास स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय में बहुआयामी अनुसंधान में महिलाओं की भूमिका विषय पर अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें दुनिया के अलग-अलग 17 से अधिक देशों की प्रतिभागी भाग लिया. इस अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने किया.
कई देशों के प्रतिभागी हुए शामिल : दअरसल, इस दौरान बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा भी मौजूद रहे. कार्यक्रम में जर्मनी, टर्की, चेक गणराज्य, रूस, ऑस्ट्रेलिया के अलावा कई देशों की प्रतिभागी शामिल हुए. तीन दिनों तक चलने वाले अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में महिलाओं की बहुआयामी विकास में योगदान पर चर्चा किया गया. वहीं इस सम्मेलन में विश्वविद्यालय के विभिन्न संकाय के दो हजार से अधिक छात्र-छात्राएं भी भाग लिया.
राज्यपाल और डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने की शिरकत : कार्यक्रम में राज्यपाल ने कहा की आज दुनिया भर में विकास में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान है. दुनिया का कोई भी कोना बिना महिलाओं के सहयोग से विकसित नहीं हो सकता है. इसलिए महिलाओं की समग्र भागीदारी सुनिश्चित करना आवश्यक है.
महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा : राज्यपाल आर्लेकर ने कहा कि शैक्षणिक गतिविधियों के अलावे सामाजिक सरोकार द्वारा महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में सुदृढ़ीकरण पर बल दिया एवं कहा की देश में पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दे रही है. इस दौरान गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पूर्व सांसद गोपाल नारायण सिंह ने भी संबोधित किया.
''भारत की शिक्षा दुनिया को शिक्षा देती थी. दुनिया का पहला विश्व विद्यालय नालंदा विश्व विद्यालय व तक्षशिला विश्व विद्यालय का गौरव प्राप्त है. 1846 में जब बंगाल व बिहार का सर्वे किया गया था, तो यह बताया गया था, कि बिहार 99 प्रतिशत साक्षर राज्य है. किंतु शिक्षा का स्तर बाद में गिरता गया, तो इसके लिए हम सभी जिम्मेवार है. इस पर विचार कर तेजी से इस पर कार्य करना चाहिए. आज महिलाओं के सम्मान का जो वातावरण बना है, वह विश्व कल्याण के पथ पर अग्रसर है. महिला के सशक्त होने से परिवार, समाज व राष्ट्र का विकास होता है. इस धरती से पूरे विश्व को सकारात्मक संदेश जाए.''- विजय सिन्हा, उप मुख्यमंत्री, बिहार