भीलवाड़ा. बढ़ती गर्मी के साथ ही भीलवाड़ा जिले में मनरेगा समय में परिवर्तन हुआ है. साथ ही मनरेगा कार्यस्थल पर श्रमिकों के लिए छाया व पानी की सुदृढ़ व्यवस्था हो, इसके लिए जिला कलेक्टर नमित मेहता ने निर्देश दिए हैं.गर्मी को देखते हुए कार्य का समय भी परिवर्तित किया गया है.यह भी छूट दी गई है कि कोई मनरेगा श्रमिक अपने निर्धारित माप का काम कर समय से पहले घर जा सकता है.
मनरेगा के अधिशासी अभियंता हरीकेश सिंह ने बताया कि भीलवाड़ा जिला परिषद के तहत भीलवाड़ा व शाहपुरा जिले में मनरेगा कार्य सुचारू है. पिछले एक सप्ताह से बढ़ती गर्मी को देखते हुए जिले में मनरेगा समय में परिवर्तन हुआ है. यहां एक मई से दोपहर 1:00 बजे तक ही मनरेगा कार्य स्थल पर श्रमिकों को काम करना होगा. वर्तमान में भीलवाड़ा व शाहपुरा जिले में साढ़े नौ हजार व्यक्तिगत लाभ के काम चल रहे हैं, जिसमें किसान के खेत पर नाडी, पेड़-पौधे लगाने सहित अन्य काम करवाए जा रहे हैं.
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बागवानी के काम हो रहे मनरेगा में : हरीकेश सिंह ने बताया कि मनरेगा के अंतर्गत व्यक्तिगत लाभार्थियों के काम किए जा रहे हैं, जहां स्वयं लाभार्थी अपने काम की निगरानी करते हैं. वर्ष 2024- 25 में मनरेगा के तहत भारत सरकार का प्लान आजीविका संवर्धन को महत्वता देने का है, इसलिए मनरेगा के तहत बागवानी के तहत पेड़-पौधे लगवाने को प्राथमिकता दी जा रही है.
जिले में 1.28 लाख मनरेगा श्रमिक: वर्तमान में भीलवाड़ा जिले में 1 लाख 28 हजार 773 मनरेगा कार्य स्थल पर श्रमिक काम कर रहे हैं. मनरेगा कार्यस्थल पर छाया,पानी के साथ ही अन्य जरूरी व्यवस्थाएं की गई है. वर्तमान में बढ़ती गर्मी को देखते हुए मनरेगा समय परिवर्तन हुआ है. साथ ही यह भी छूट दी गई है कि कोई भी मनरेगा श्रमिक अपने निर्धारित माप का काम कर समय से पहले घर जा सकता है.