रायबरेली/बरेली : जिले में डीह थाने पर तैनात उप निरीक्षक को युवक से बदसलूकी करना महंगा पड़ गया. मामले का वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. मामला जब पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा तो उन्होंने कार्रवाई करते हुए उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया है.
मामला रायबरेली जिले के डीह थाना क्षेत्र के इमली चौराहे के पास का बताया जा रहा है. स्थानीय लोगों के मुताबिक, इमली चौराहे के पास दो बाइकों की आपस में भिड़ंत के दौरान एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया. घायल सिपाही की तैनाती डीह थाने में है. मामले की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंचे उप निरीक्षक हिमांशु मलिक ने सिपाही को इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवाया.
जांच के दौरान वहां पर एकत्र ग्रामीणों ने उपनिरीक्षक को पूरे मामले की जानकारी दी. आरोप है कि इस दौरान गुस्साए उप निरीक्षक हिमांशु मलिक ने मौके पर मौजूद युवक से बदसलूकी की. इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने घटना का वीडियो बना लिया. वीडियो किसी ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया. वीडियो वायरल होने के बाद तत्काल पुलिस अधीक्षक ने मामले को संज्ञान में लेते हुए उप निरीक्षक हिमांशु मलिक को निलंबित कर दिया.
इस पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक डॉक्टर यशवीर सिंह ने बताया कि उप निरीक्षक हिमांशु मलिक डीह थाने में तैनात हैं. जिनके खिलाफ भीड़ के बीच में एक युवक का गिरेबान पकड़ने व मारपीट का वीडियो संज्ञान में आया है, जिसको लेकर प्रथम दृष्टया उप निरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है. पूरे मामले की जांच क्षेत्राधिकारी सलोन को सौंप दी गई है.
बरेली में रिश्वत लेते दारोगा गिरफ्तार: बरेली के बिशरतगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले कैलाश पाठक के खिलाफ अलीगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया था. उस मुकदमे की विवेचना अलीगंज थाने में तैनात दारोगा महेश चंद्र कर रहा था. कैलाश पाठक का आरोप है कि मुकदमे में से धाराएं हटाने के नाम पर अलीगंज थाने में तैनात दरोगा महेश चंद्र 15000 रुपये रिश्वत मांग कर रहा था. रिश्वत न देने पर धाराएं बढ़ाकर जेल भेजने की धमकी दे रहा था.
इसे लेकर कैलाश चंद्र ने मामले की शिकायत भ्रष्टाचार निवारण संगठन बरेली की टीम से की थी. एंटी करप्शन के डिप्टी एसपी यशपाल सिंह ने कहा कि जांच में मामला सही पाए जाने के बाद शुक्रवार को अलीगंज थाने के सामने 15 हजार की रिश्वत लेते हुए अलीगंज थाने में तैनात दरोगा महेश चंद्र को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया.