चंडीगढ़: इंडियन नेशनल लोकदल ने किसानों की मांगों को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है. पार्टी की तरफ से पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अभय चौटाला के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने राज्यपाल से मुलाकात की है. इस दौरान पार्टी अध्यक्ष रामपाल माजरा, दोनों विधायक और अन्य नेता मौजूद रहे.
"राज्यपाल रास्ते खुलवाएं" : मीडिया से बात करते हुए अभय चौटाला ने कहा कि हमने आज हरियाणा के राज्यपाल बंगारू दत्तात्रेय से मुलाकात कर शंभू और खनोरी बॉर्डर पर जारी किसानों के आंदोलन को लेकर ज्ञापन सौंपा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार किसान आंदोलन की आड़ में लोगों को परेशान कर रही है. उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन के चलते 2 मुख्य सड़क मार्ग बंद है, जिससे लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ज्ञापन में राज्यपाल से अनुरोध किया गया है कि वो इस मामले में दखल देकर राज्य सरकार को रास्ते खुलवाने के निर्देश जारी करें.
दावा- राज्यपाल ने भी किसानों को रोकना गलत बताया : अभय सिंह चौटाला ने दावा किया कि राज्यपाल ने रास्ते बंद के मामले पर चिंता जाहिर की. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने खुद कहा है कि किसानों को दिल्ली जाने से रोकना गलत है. अभय सिंह चौटाला ने कहा कि सरकार किसानों के साथ गलत कर रही है.
उन्होंने कहा कि तीन कृषि कानून को वापस लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूनतम समर्थन मूल्य कानून बनाने के लिए कमेटी बनाने की बात की थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ. अगर सरकार अन्नदाता के साथ ऐसा व्यवहार करेगी तो देश विकसित कैसे होगा. हमने राज्यपाल से सड़क बंद करने के मसले को प्रधानमंत्री से उठाने का भी अनुरोध किया है.
"डल्लेवाल को कुछ हुआ तो आंदोलन बड़ा होगा" : उन्होंने कहा कि खनोरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की हालत काफी खराब है. हरियाणा के विपक्ष और सरकार को मिलकर उनसे आग्रह करना चाहिए कि वो अपना अनशन छोड़ दें. किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की जान बहुत कीमती है, लेकिन सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है. अगर उनके साथ कुछ होता है तो आंदोलन बड़ा हो सकता है.
"कांग्रेस को भी किसानों की चिंता नहीं" : उन्होंने कहा कि कांग्रेस को भी किसानों की कोई चिंता नहीं है. कांग्रेस किसान हित के नाम पर सिर्फ दिखावा करती है. आज देश के किसानों के लिए खाद, बीज और पानी का एक बड़ा मसला है. लेकिन कांग्रेस इस पर बात करने की बजाय अडानी-अंबानी जैसे मसलों पर प्रदर्शन कर रही है. कांग्रेस ने किसानों के मसले को कभी भी संसद में नहीं उठाया. अडानी-अंबानी के मसले पर कांग्रेस ने संसद को कई बार ठप्प किया.
"MSP पर नहीं खरीदी जा रही फसलें" : वहीं हरियाणा में सभी फसलें न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदने के दावों को भी अभय सिंह चौटाला ने सरकार का एक झूठ बताया. उन्होंने कहा कि हाल ही में धान की सरकारी खरीद में किसानों को नमी के नाम पर परेशान किया गया. नमी के नाम पर किसानों का 8 से 10 किलो धान की कटौती की गई. जो पहले दो से तीन किलो ही होती थी. अगर मुख्यमंत्री बार-बार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद का बयान देते हैं तो उनको फसल खरीद के मामले पर श्वेत पत्र जारी करना चाहिए. बयान देने से कुछ नहीं होता. जरूरत पड़ने पर इनेलो पीछे नहीं हटेगी इनलो हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है.
एक देश एक चुनाव का किया समर्थन : वहीं एक देश एक चुनाव का अभय सिंह चौटाला ने समर्थन करते हुए कहा कि इससे चुनाव में कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन चुनाव वोटिंग मशीन की बजाय बेलेट पेपर से हो. नगर निकाय चुनाव पर अभय सिंह चौटाला ने कहा कि पार्टी सिंबल पर चुनाव लड़ने के लिए पूरी तरीके से तैयार है. जरूरत पड़ने पर औरों का भी सहयोग लिया जाएगा.
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