ETV Bharat / state

शुक्र के वृश्चिक राशि में प्रवेश से महंगाई में वृद्धि संभव, इन राशियों पर पड़ेगा असर

ज्योतिष परंपरा में जन्म कुंडली के शुक्र ग्रह का महत्वपूर्ण स्थान है. शुक्र को वैभव और विलासिता का कारक माना गया है.

इन राशियों पर पड़ेगा असर
इन राशियों पर पड़ेगा असर (फाइल फोटो)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Oct 13, 2024, 12:34 PM IST

बीकानेर. वैदिक ज्योतिष परंपरा में शुक्र को वैभव और विलासिता का कारक माना गया है. शुक्र ग्रह 13 अक्टूबर यानि आज प्रातः 6:09 पर स्वयं की राशि तुला से शत्रु राशि वृश्चिक में प्रवेश कर चुके हैं. इस राशि परिवर्तन से सौंदर्य प्रसाधन, खाद्यान्न एवं इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की मांग अधिक होने की संभावना है जिससे महंगाई वृद्धि हो सकती है. बीकानेर के ज्योतिषी डॉ. आलोक व्यास के अनुसार शुक्र के इस राशि परिवर्तन से विभिन्न राशियों अलग -अलग उतार चढ़ाव परिलक्षित हो सकते हैं.

शुक्र ग्रह अपनी राशि, उच्च राशि व मित्र राशि में स्थित होने पर धन, समृद्धि, आकर्षण, सुंदरता, प्रेम, पारिवारिक संबंध और जीवन में संतुष्टि को दर्शाते हैं. इसके अतिरिक्त प्रबल शुक्र संगीत, डिजाइनिंग, मीडिया, फैशन जगत, फिल्मी दुनिया, गहने, कीमती पत्थर, मेकअप, सुरुचिपूर्ण भोजन व आमोद-प्रमोद का कारक होता है. इसके विपरीत शुक्र ग्रह के शत्रु राशि, नीच राशि व अशुभ ग्रहों के साथ युति होने पर प्रेम प्रसंग में विफलता, वैवाहिक जीवन में अड़चन, विलासिता में कमी, शारीरिक व मानसिक कष्ट, निम्न स्तरीय जीवन, पत्नी स्वास्थ्य में गिरावट, धन हानि, यौन अंगों में कमजोरी का कारक होता है.

पढ़ें: 16 या 17 अक्टूबर कब है शरद पूर्णिमा, जानें शुभ समय तक सब कुछ

  • मेष : मन में भय अथवा आशंका, नकारात्मक मानसिकता में वृद्धि, भूमिगत वस्तुओं से लाभ, साझेदारी में सफलता के योग है।
  • वृषभ: दैनिक क्रियाकलाप में अनुकूलता, रोग ऋण अथवा शत्रु पीड़ा में कमी, नव साझेदारी की ओर झुकाव, विवाह अथवा सगाई के अवसर मिलेंगे।
  • मिथुन: संतान संबंधी कार्यों में अनुकूलता, दैनिक क्रियाकलाप में अड़चन, रोग ऋण अथवा शत्रु पीड़ा, कानूनी कार्यों में सफलता होगी।
  • कर्क: भूमि मकान वाहन आदि कार्यो में अनुकूलता, संतान संबंधित कार्यो में अधिक ऊर्जा, सट्टेबाजी की ओर झुकाव, प्रेम प्रसंग के अवसर पैदा होंगे।
  • सिंह: गृह स्थान पर नवाचार, माता संबंधित पीड़ा, मन में बेचैनी, भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय के अवसर मिलेंगे।
  • कन्या: पारिवारिक कार्यों में अनुकूलता, संप्रेषण कार्यों में लाभ, छोटे भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, अल्प दूरी की यात्रा के अवसर होंगे।
  • तुला: पारिवारिक जिम्मेदारी की अधिकता, सुरुचि भोज के अवसर, नेत्र अथवा वाणी दोष, स्थाई परिसंपत्ति में वृद्धि के योग होंगे।
  • वृश्चिक: आत्म मनन अथवा आत्म चिंतन, आत्म छवि को लेकर असंतुष्टि, एकांतवास, स्वाध्याय में रुचि पैदा होगी।
  • धनु: व्यय की अधिकता अथवा व्यापार में हानि, सुदूर प्रांत की यात्रा के अवसर, विदेश में लाभ, अस्पताल संबंधी खर्च बनेंगे।
  • मकर: आय में वृद्धि हेतु प्रयासों की अधिकता, संपर्क सूत्रों में बढ़ोतरी, बड़े भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद हो सकते हैं।
  • कुंभ: कार्यक्षेत्र में सफलता हेतु अधिक प्रयास, पिता अथवा उच्च अधिकारियों से मतभेद या उनसे संबंधित चिंता, सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर अधिक सजगता होगी।
  • मीन: उच्च अध्ययन के अवसर, धार्मिक क्रियाकलाप अथवा धार्मिक अनुष्ठान, गुरुजनों का आशीर्वाद, नव संस्कृति से संपर्क, भाग्य की अनुकूलता के अवसर मिलेंगे।

बीकानेर. वैदिक ज्योतिष परंपरा में शुक्र को वैभव और विलासिता का कारक माना गया है. शुक्र ग्रह 13 अक्टूबर यानि आज प्रातः 6:09 पर स्वयं की राशि तुला से शत्रु राशि वृश्चिक में प्रवेश कर चुके हैं. इस राशि परिवर्तन से सौंदर्य प्रसाधन, खाद्यान्न एवं इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं की मांग अधिक होने की संभावना है जिससे महंगाई वृद्धि हो सकती है. बीकानेर के ज्योतिषी डॉ. आलोक व्यास के अनुसार शुक्र के इस राशि परिवर्तन से विभिन्न राशियों अलग -अलग उतार चढ़ाव परिलक्षित हो सकते हैं.

शुक्र ग्रह अपनी राशि, उच्च राशि व मित्र राशि में स्थित होने पर धन, समृद्धि, आकर्षण, सुंदरता, प्रेम, पारिवारिक संबंध और जीवन में संतुष्टि को दर्शाते हैं. इसके अतिरिक्त प्रबल शुक्र संगीत, डिजाइनिंग, मीडिया, फैशन जगत, फिल्मी दुनिया, गहने, कीमती पत्थर, मेकअप, सुरुचिपूर्ण भोजन व आमोद-प्रमोद का कारक होता है. इसके विपरीत शुक्र ग्रह के शत्रु राशि, नीच राशि व अशुभ ग्रहों के साथ युति होने पर प्रेम प्रसंग में विफलता, वैवाहिक जीवन में अड़चन, विलासिता में कमी, शारीरिक व मानसिक कष्ट, निम्न स्तरीय जीवन, पत्नी स्वास्थ्य में गिरावट, धन हानि, यौन अंगों में कमजोरी का कारक होता है.

पढ़ें: 16 या 17 अक्टूबर कब है शरद पूर्णिमा, जानें शुभ समय तक सब कुछ

  • मेष : मन में भय अथवा आशंका, नकारात्मक मानसिकता में वृद्धि, भूमिगत वस्तुओं से लाभ, साझेदारी में सफलता के योग है।
  • वृषभ: दैनिक क्रियाकलाप में अनुकूलता, रोग ऋण अथवा शत्रु पीड़ा में कमी, नव साझेदारी की ओर झुकाव, विवाह अथवा सगाई के अवसर मिलेंगे।
  • मिथुन: संतान संबंधी कार्यों में अनुकूलता, दैनिक क्रियाकलाप में अड़चन, रोग ऋण अथवा शत्रु पीड़ा, कानूनी कार्यों में सफलता होगी।
  • कर्क: भूमि मकान वाहन आदि कार्यो में अनुकूलता, संतान संबंधित कार्यो में अधिक ऊर्जा, सट्टेबाजी की ओर झुकाव, प्रेम प्रसंग के अवसर पैदा होंगे।
  • सिंह: गृह स्थान पर नवाचार, माता संबंधित पीड़ा, मन में बेचैनी, भूमि मकान वाहन के क्रय विक्रय के अवसर मिलेंगे।
  • कन्या: पारिवारिक कार्यों में अनुकूलता, संप्रेषण कार्यों में लाभ, छोटे भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद, अल्प दूरी की यात्रा के अवसर होंगे।
  • तुला: पारिवारिक जिम्मेदारी की अधिकता, सुरुचि भोज के अवसर, नेत्र अथवा वाणी दोष, स्थाई परिसंपत्ति में वृद्धि के योग होंगे।
  • वृश्चिक: आत्म मनन अथवा आत्म चिंतन, आत्म छवि को लेकर असंतुष्टि, एकांतवास, स्वाध्याय में रुचि पैदा होगी।
  • धनु: व्यय की अधिकता अथवा व्यापार में हानि, सुदूर प्रांत की यात्रा के अवसर, विदेश में लाभ, अस्पताल संबंधी खर्च बनेंगे।
  • मकर: आय में वृद्धि हेतु प्रयासों की अधिकता, संपर्क सूत्रों में बढ़ोतरी, बड़े भाई बहन से संबंधित चिंता या उनसे मतभेद हो सकते हैं।
  • कुंभ: कार्यक्षेत्र में सफलता हेतु अधिक प्रयास, पिता अथवा उच्च अधिकारियों से मतभेद या उनसे संबंधित चिंता, सामाजिक प्रतिष्ठा को लेकर अधिक सजगता होगी।
  • मीन: उच्च अध्ययन के अवसर, धार्मिक क्रियाकलाप अथवा धार्मिक अनुष्ठान, गुरुजनों का आशीर्वाद, नव संस्कृति से संपर्क, भाग्य की अनुकूलता के अवसर मिलेंगे।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.