कोटा : मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के मार्गदर्शक और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार सोमवार को कोटा के दौरे पर रहे. यहां उन्होंने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के प्रदेश कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाई जा रही है कि वक्फ बोर्ड को खत्म किया जा रहा है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है. केंद्र की मोदी सरकार केवल उन प्रावधानों को दुरस्त करने जा रही है, जिससे कुछ खास लोग देश की लाखों बीघा जमीन पर कब्जा जमा रहे हैं, जबकि वक्फ की जमीन का उपयोग दीन दुखियों, बेसहारा और यतीमों की भलाई के लिए काम में लिया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि समाज के ठेकेदार बने लोग इन्हें किराए पर दे रहे हैं. यह जायज नहीं है. इंद्रेश कुमार ने गौ हत्या और मॉब लीचिंग के धार्मिक विद्वेष से बचने की अपील की. इस सम्मेलन में मौजूद सभी व्यक्तियों को गौ हत्या और मॉब लीचिंग रोकने की प्रतिबद्धता की शपथ दिलाई. सम्मेलन में अपने संबोधन में वक्फ कमेटी के पूर्व चेयरमेन अबू बकर नकवी, मंच के प्रदेश सह संयोजक इरशाद अली, महिला प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय संयोजक रेशमा हुसैन और क्षेत्रीय संयोजक अय्यूब कायमखानी ने भी सम्मेलन को संबोधित किया.
राजनीति के ठेकेदार मुसलमानों को पीछे रखने पर तुले : इंद्रेश कुमार ने कहा कि राजनीति के ठेकेदार आज भी आपको पीछे रखने में लगे हुए हैं. ये मानते हैं कि मुस्लिम आगे बढ़ जाएंगे तो हमें वोट नहीं देंगे. इसलिए ये बिना सिर पैर की बात करते हैं. इनसे भी काम नहीं होने पर मजहबी बातें करके लोगों को भड़काते रहते हैं. आजादी के बाद से ही मुस्लिम समुदाय को मात्र वोट बैंक बनाकर रखा गया है. उन्हें शिक्षा से दूर रखने के प्रयास किए गए. इससे वे विकास से नहीं जुड़ सके.
मंच का मुख्य उद्देश्य इन मुस्लिम परिवारों में शिक्षा और राष्ट्रवाद के प्रति चेतना जागृत कर मुख्यधारा में लाना है. मंच अपने इन दायित्वों को पूरी जिम्मेदारी से निभा रहा है और देश को एकजुट कर सामाजिक समरसता की नई दास्तान लिख रहा है. ट्रिपल तलाक कानून ने देश की लाखों मुस्लिम बहनों को उनका अधिकार दिया है. इसके बारे भी भ्रम फैलाया गया. साल 2047 में विकसित भारत की जो परिकल्पना की गई है, उसमें भागीदारी होनी चाहिए.