इंदौर। परीक्षा परिणाम जहां छात्रों के लिए बेहद अहम होते हैं. वहीं छात्रों का परीक्षा परिणाम देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के लिए चिंता का कारण बना हुआ है. दरअसल, देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जाने वाली व्यावसायिक पाठ्यक्रम की परीक्षाओं के परिणाम विश्वविद्यालय के लिए परेशानियां का कारण बन रहे हैं. कुछ वर्षों से व्यावसायिक पाठ्यक्रम के परीक्षा परिणाम लगातार गिरते जा रहे हैं. इसे देखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा इस बार मूल्यांकनकर्ताओं को विशेष दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं और परिणाम में सुधार की कवायत करने को कहा है.
30 से 40% आ रहा है परिणाम
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित की जाने वाली B.Ed, एमबीए, एलएलबी सहित अन्य कोर्स की परीक्षाओं के परिणाम बीते कुछ समय से 30 से 40% रहा है, जो कि बेहद कम है. सामान्य परीक्षाओं में यह प्रतिशत करीब 60 से 70% तक है. व्यावसायिक पाठ्यक्रम में लगातार घटते परिणाम के चलते अब विश्वविद्यालय नए कदम उठा रहा है.
छात्र हित के लिए स्टेप मूल्यांकन पर जोर
लगातार घटते परीक्षा परिणाम को देखते हुए विश्वविद्यालय द्वारा मूल्यांकनकर्ताओं को दिशा निर्देश दिए जाने के साथ-साथ मूल्यांकन में स्टेप मूल्यांकन करने की भी निर्देश जारी किए गए हैं. ताकि छात्रों को कुछ हद तक फायदा हो सके. वहीं मूल्यांकन कार्य में लापरवाही करने वाले मूल्यांकनकर्ताओं पर भी कार्रवाई की तैयारी की गई है.
परिणाम सुधारने के लिए कर रहे हैं काम
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर अशेष तिवारी के अनुसार, परीक्षा परिणाम के प्रतिशत में कमी को देखते हुए विश्वविद्यालय ने कई कदम उठाए हैं. जिसमें मुख्य तौर पर मूल्यांकनकर्ताओं को मूल्यांकन कार्य के दौरान ध्यान रखने वाले कई दिशा निर्देश दिए गए हैं. जिससे परिणाम में सुधार हो सके. वर्तमान में छात्रों द्वारा कक्षाओं में शामिल नहीं होने या पढ़ाई पर ठीक से ध्यान नहीं देने के चलते प्रोफेशनल कोर्स के परिणाम में कमी आई है.