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भीषण गर्मी से बाघ हो रहे थे बेचैन, वन विभाग ने किया ऐसा इंतजाम कि स्वीमिंग पूल में ले रहे मजे - SWIMMING POOL FOR TIGERS

भीषण गर्मी को देखते हुए इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय व श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में पशु-पक्षियों को गर्मी से बचाने के लिए खास इंतजाम किए हैं. कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में समर मैनेजमेंट लागू कर दिया गया है. जहां बाघों के लिए विशेष इंतजामात किए गए हैं.

SUMMER HEAT TIGER PROTECTION
स्विमिंग पूल का मजा ले रहे बाघ (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 28, 2024, 9:21 AM IST

Updated : May 28, 2024, 12:01 PM IST

इंदौर। देश के विभिन्न राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण आम लोगों का जीना मुहाल है. वहीं बेजुबान पशु-पक्षियों को भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक और पानी की कमी के कारण मौत की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. रतलाम में एक साथ कई पक्षियों के मारे जाने के बाद इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में अब समर मैनेजमेंट लागू कर दिया गया है. यहां दुर्लभ पशु पक्षियों के लिए अब खास तरह के डाइट फूड के अलावा उन्हें चिल्ड और कूल रखने के लिए तरह-तरह के इंतजाम किए गए हैं. यहां बाघों के लिए स्वीमिंग पूल भी तैयार किया गया है.

आसमानी आग से बचाने के लिए नेशनल पार्क और जू में विशेष इंतजाम (Etv Bharat)

जू प्रबंधन ने किए खास इंतजाम

दरअसल, इंदौर समेत रतलाम, मंदसौर व मालवा निमाड़ में पिछले कुछ दिनों से अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया है, जिसकी वजह से आम लोगों के साथ ही वन्य जीवों की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं. इस भीषण गर्मी से पशु-पक्षियों को बचाने के लिए जू प्रबंधन ने खास इंतजाम किए हैं. जहां बाघों के लिए खास स्विमिंग पूल बनाया गया है तो वहीं अन्य प्राणियों के पिंजरों में भी लगातार पानी के फव्वारे चलाए जा रहे हैं.

समर मैनेजमेंट किया गया लागू

दरअसल, पूर्व में यहां अधिकतम 40 डिग्री तापमान के हिसाब से पशु-पक्षियों के लिए गर्मी के इंतजाम किए गए थे, लेकिन अब अधिकांश जिलों का तापमान 45 डिग्री पार कर रहा है. इसलिए यहां समर मैनेजमेंट लागू करना पड़ा है. जिसके तहत वन्य प्राणियों के पिंजरों में लगातार कूलर चलाए जा रहे हैं. वहीं सांभर और हिरन जैसे प्राणियों के लिए कीचड़ और मड बाथ की व्यवस्था की गई है.

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पक्षियों को हीट स्ट्रोक से बचाने के लिए अब उनके एंक्लोजर में दिन में 5 से 6 बार स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है. पहले इन प्राणियों के पिंजरों में दो टाइम पानी का छिड़काव किया जाता था. शेर, तेंदुए और लेपर्ड की फैमिली के लिए उनके बाड़े में ही वाटर बॉडी का इंतजाम किया गया है. इसके अलावा कोबरा, अजगर और रेप्टाइल्स श्रेणी के प्राणियों के लिए पानी की फुहार उनके बिलों में छोड़ी जा रही है. इसके अलावा पशु पक्षियों को अब उनकी डाइट में तरबूज अंगूर मौसंबी नारंगी के अलावा हीट स्ट्रोक से बचने के लिए इलेक्ट्रोलाइट मिलाकर दिया जा रहा है.

इंदौर। देश के विभिन्न राज्यों में पड़ रही भीषण गर्मी के कारण आम लोगों का जीना मुहाल है. वहीं बेजुबान पशु-पक्षियों को भीषण गर्मी में हीट स्ट्रोक और पानी की कमी के कारण मौत की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है. रतलाम में एक साथ कई पक्षियों के मारे जाने के बाद इंदौर के कमला नेहरू प्राणी संग्रहालय में अब समर मैनेजमेंट लागू कर दिया गया है. यहां दुर्लभ पशु पक्षियों के लिए अब खास तरह के डाइट फूड के अलावा उन्हें चिल्ड और कूल रखने के लिए तरह-तरह के इंतजाम किए गए हैं. यहां बाघों के लिए स्वीमिंग पूल भी तैयार किया गया है.

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दरअसल, इंदौर समेत रतलाम, मंदसौर व मालवा निमाड़ में पिछले कुछ दिनों से अधिकतम तापमान 45 डिग्री तक पहुंच गया है, जिसकी वजह से आम लोगों के साथ ही वन्य जीवों की भी मुश्किलें बढ़ गई हैं. इस भीषण गर्मी से पशु-पक्षियों को बचाने के लिए जू प्रबंधन ने खास इंतजाम किए हैं. जहां बाघों के लिए खास स्विमिंग पूल बनाया गया है तो वहीं अन्य प्राणियों के पिंजरों में भी लगातार पानी के फव्वारे चलाए जा रहे हैं.

समर मैनेजमेंट किया गया लागू

दरअसल, पूर्व में यहां अधिकतम 40 डिग्री तापमान के हिसाब से पशु-पक्षियों के लिए गर्मी के इंतजाम किए गए थे, लेकिन अब अधिकांश जिलों का तापमान 45 डिग्री पार कर रहा है. इसलिए यहां समर मैनेजमेंट लागू करना पड़ा है. जिसके तहत वन्य प्राणियों के पिंजरों में लगातार कूलर चलाए जा रहे हैं. वहीं सांभर और हिरन जैसे प्राणियों के लिए कीचड़ और मड बाथ की व्यवस्था की गई है.

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पक्षियों को हीट स्ट्रोक से बचाने के लिए अब उनके एंक्लोजर में दिन में 5 से 6 बार स्प्रिंकलर से पानी का छिड़काव किया जा रहा है. पहले इन प्राणियों के पिंजरों में दो टाइम पानी का छिड़काव किया जाता था. शेर, तेंदुए और लेपर्ड की फैमिली के लिए उनके बाड़े में ही वाटर बॉडी का इंतजाम किया गया है. इसके अलावा कोबरा, अजगर और रेप्टाइल्स श्रेणी के प्राणियों के लिए पानी की फुहार उनके बिलों में छोड़ी जा रही है. इसके अलावा पशु पक्षियों को अब उनकी डाइट में तरबूज अंगूर मौसंबी नारंगी के अलावा हीट स्ट्रोक से बचने के लिए इलेक्ट्रोलाइट मिलाकर दिया जा रहा है.

Last Updated : May 28, 2024, 12:01 PM IST
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