इंदौर। छोटी ग्वालटोली पुलिस ने एक लॉज में दबिश देकर 11 महिलाओं और उनके बच्चों को पकड़कर राजस्थान भेजा है. ये महिलाएं यहां पर भीख मांगती थीं. इन महिलाओं के पति दिल्ली में नौकरी कर रहे हैं. महिलाओं के पास से कुछ नगदी पुलिस ने बरामद की है. ये राशि पुलिस ने महिलाओं को वापस कर उन्हें उनके परिजनों के पास भेज दिया है.
इंदौर की 56 दुकान के पास मांगती थीं भीख
बता दें कि इंदौर शहर में भिक्षावृत्ति बढ़ती जा रही है. इसको लेकर भिक्षावृत्ति उन्मूलन केंद्र और पुलिस के सहयोग से भीड़भाड़ वाले इलाकों में भीख मांगने वालों का रेस्क्यू किया गया. इंदौर के 56 दुकान और आसपास के क्षेत्र में कुछ बच्चे और महिलाओं के भीख मांगने की सूचना पुलिस को मिली. भिक्षावृत्ति उन्मूलन केंद्र के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. मौके पर पुलिस भी पहुंची और 10 से अधिक महिलाएं और बच्चों को रेस्क्यू कर उनसे पूछताछ की गई.
500 से 1000 रुपये कमा लेती हैं भीख मांगकर
महिलाओं ने बताया कि वे लोग सरवटे बस स्टैंड के पास एक लॉज में रुके हैं. वे लोग राजस्थान और दिल्ली से आकर यहां भीख मांगते हैं. पुलिस ने सभी महिलाओं को उनके बच्चों के साथ दिल्ली और राजस्थान रवाना कर दिया. पुलिस के अनुसार महिलाओं ने बताया कि वे लोग भीख मांगने के साथ ही पेन व अन्य सामान बेचते हैं. इस तरह से रोजाना 500 से 1000 रुपए कमा लेते हैं. इसी राशि से वे लॉज में रुकती थी और कुछ पैसे बचाकर अपने साथ ले जाने की तैयारी थी.
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पुलिस ने महिलाओं के परिजनों से बात की
पुलिस ने महिलाओं से पूछताछ के आधार पर इनके पतियों से बात की, जो दिल्ली में नौकरी कर रहे हैं. खास बात ये है कि इन महिलाओं के पति ने इससे साफ इंकार किया कि उनकी पत्नियां इंदौर में भीख मांगती हैं. इस मामले में एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा ने बताया "11 महिलाओं को उनके बच्चों के साथ दिल्ली व राजस्थान उनके परिवार के पास भेजा है. ये महिलाएं यहां बच्चों के साथ भीख मांगती थी."