इंदौर: शादी के सीजन में शुद्ध शाकाहारी शादियों के अलावा अब मध्य प्रदेश में वीगन शादी की भी शुरुआत हो गई है. इंदौर में अनोखी शादी में पशु से प्राप्त किसी भी उत्पाद का उपयोग नहीं हुआ. इतना ही नहीं शादी में मेहमानों को भी अलग-अलग गिफ्ट के स्थान पर पौधों का उपहार दिया गया. वहीं मेहमान भी लेदर अथवा पशु से प्राप्त तमाम वस्तुओं को त्यागने का संदेश देते नजर आए.
10 साल से परिवार ने बंद किया डेयरी प्रोडक्ट का उपयोग
दरअसल, इंदौर के रिटायर्ड बैंक कर्मी गिरीश शाह ने 10 साल पहले यूट्यूब पर देखा कि गाय का दूध कैसे निकाला जाता है और पशु उत्पाद प्राप्त करने की प्रक्रिया में किस-किस तरीके से पशुओं पर प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से अत्याचार होता है. लिहाजा उन्होंने कई सालों से दूध की और पशुओं से प्राप्त होने वाले उत्पाद त्याग दिए. उनके कहने पर उनकी धर्मपत्नी राजश्री शाह ने भी घर में बाजार का दूध लेना बंद कर दिया. इसके बाद उन्होंने वीगन रहते हुए पूर्ण रूप से शाकाहार अपनाने का फैसला किया. लिहाजा धीरे-धीरे पूरा परिवार ही वीगन बन गया.
बेटी की वीगन शादी करने का फैसला
गिरीश शाह ने बताया, ''पिछले 10 सालों से घर में दूध, दही, मावा सहित कोई भी डेयरी प्रोडक्ट का उपयोग परिवार में नहीं होता है.'' बैंक से रिटायर होने के बाद गिरीश शाह ने एनिमल एक्टिविटीज के बतौर काम करना शुरू कर दिया जो अब पशु क्रूरता के खिलाफ सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चला रहे हैं. शादी के सीजन में सोमवार 18 नवंबर को जब उनकी बेटी क्षमा जो की इंदौर में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है की शादी का मौका आया तो उन्होंने बेटी की शादी में पशुओं से बने प्रोडक्ट का उपयोग न करने का फैसला किया. इसके लिए पहले उन्होंने शादी के कागज के कार्ड के स्थान पर डिजिटल इनविटेशन भिजवाए और शादी में आने वाले मेहमानों से पशुओं से प्राप्त होने वाले चमड़े के बेल्ट, पर्स, ऊनी वस्त्र आदि न पहनकर आने की अपील भी की.
बिना ढोल बाजे के आई बारात
जब शादी का मौका आया तो न केवल मेहमान बल्कि अपनी बेटी के ससुराल पक्ष के सभी लोग भी गिरीश शाह के परिवार के वीगन अभियान का समर्थन करते नजर आए. जिन्होंने पहले बारात बिना घोड़ी ढोल और पटाखों के निकली और शादी की तमाम रस्मों में भी पर्यावरण का ध्यान रखते हुए इको फ्रेंडली शादी करने का फैसला किया. इस दौरान जो व्यंजन परोसे गए वह भी पनीर के बजाय टोफू से तैयार किए गए थे. वहीं, दही के लिए पीनट दही का उपयोग किया गया. इसके अलावा काजू और बादाम आदि का उपयोग करते हुए आइसक्रीम तैयार कराई गई. वहीं, अन्य व्यंजन भी पशु उत्पाद फ्री थे. इसका स्वाद लेकर मेहमान भी काफी उत्साहित नजर आए.
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लोगों को दिया अनोखा संदेश
दुल्हन की बहन लवनिशा शाह बताती हैं कि, अन्य शादियों के स्थान पर इस शादी में पूरी तरह से पर्यावरण का ध्यान रखा गया एवं किसी भी रूप में शादी में पशु उत्पाद और उनसे तैयार होने वाले तमाम सामग्री को उपयोग नहीं करने के नियम का पालन किया गया. लोगों को संदेश दिया गया कि पशु क्रूरता से प्राप्त उत्पाद के बिना भी शादियां हो सकती हैं.'' यह एक पर्यावरण हितैषी और मानवता की दिशा में बड़ा कदम है. जिसका पालन न केवल दुल्हन पक्ष के लोग बल्कि अब वर पक्ष के लोग भी कर रहे हैं.