इंदौर : इंदौर में ग्रामीण हस्तशिल्प व हथकरघा विकास समिति द्वारा बास्केटबॉल कॉम्पलेक्स क्लब में सिल्क एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है. एक्सपो मे 60 से ज्यादा स्टॉल पर बुनकरों ने अपने उत्पाद रखे हैं. प्रदर्शनी में कश्मीर की फेमस साड़ियों के साथ ही छत्तीसगढ़ की साड़ियां आकर्षण का केंद्र हैं. खरीदने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं पहुंच रही हैं. साड़ी एक्सपो को लेकर दीपेंद्र कुमार का कहना है कि कश्मीर की फेमस पश्मीना वूलन भी है.
जामावार और बनारस के स्टॉल भी आकर्षण का केंद्र
दीपेंद्र बताते हैं कि प्रदर्शनी में न केवल पश्मीना शॉल बल्कि जामावार और बनारस के स्टॉल भी लगे हैं. पश्मीना साड़ियां और सूट भी उनके स्टॉल पर हैं. स्टॉल लगाने वाले अमीर बताते हैं कि पश्मीना जितना पतला होता है, उतना ही गर्म भी होता है. इस बार वह पश्मीना वूलन साड़ी लेकर आए हैं, इसके साथ मैचिंग शॉल भी हैं. पश्मीना साड़ी से अगर किसी को सूट भी बनाना हो तो वह इस स्टॉल को दुपट्टे की तरह इस्तेमाल कर सकता है. आमिर के पास चिनान सिल्क की साड़ियां मौजूद हैं. चिनान एक साड़ी को बनाने में ढाई महीने का वक्त लगता है. इन साड़ियों पर देशभर के राज्यों के राजसी ठाठ-बाट उकेरे गए हैं.
दाल उत्पादन की टेक्नोलॉजी से रूबरू होंगे MP के दाल मिलों के व्यापारी
MP हैंडलूम ने बनाई इम्युनिटी बूस्टर साड़ी, विशेष प्रकार के मसालों से होती है तैयार
चिनान की एक साड़ी बनाने में लगता है ढाई माह
इसी स्टॉल पर चिनान सिल्क पर कानी वर्क साड़ियों में है, जिस पर माचिस की तीलियों से पश्मीना धागे से काम किया गया है. ये एक्सपो बास्केटबॉल कॉम्पलेक्स के क्लब में 8 दिसंबर तक चलेगा. डीएवीवी की वर्तिका ने बताया कि इस प्रदर्शनी में हर प्रकार की साड़ियां मौजूद हैं. ये बहुत यूनिक व अपेक्षाकृत सस्ती हैं. इसी को देखते हुए शहर से बड़ी संख्या में महिलाएं यहां पहुंच रही हैं.