इंदौर। इंदौर रेलवे स्टेशन पर बीते कुछ दिनों में आपराधिक वारदात सामने आ चुकी हैं. स्टेशन पर बीते सप्ताह यार्ड में खड़ी ट्रेन की बोगी में महिला की क्षत-विक्षत लाश मिली. इस घटना ने इंदौर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए. रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं. जीआरपी, आरपीएफ पर भी सवाल उठ रहे हैं. रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था में कई खामियां सामने आ रही हैं.
रेलवे स्टेशन में एंट्री प्वाइंट पर कोई चेकिंग नहीं
इंदौर रेलवे स्टेशन में प्रवेश के लिए अधिकृत रूप से प्लेटफार्म क्रमांक एक पर दो प्रवेश द्वार हैं. वहीं प्लेटफार्म क्रमांक 4 पर एक प्रवेश द्वार है. रेलवे स्टेशन पर प्रवेश द्वार पर लगी सुरक्षा स्कैनर मशीन भी लंबे समय से खराब है. यहां बिना किसी जांच के लोगों का आना-जाना बेरोकटोक जारी है. ईटीवी भारत ने जब इंदौर रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था को देखा तो कई खामियां मिलीं. स्टेशन और प्लेटफार्म तक पहुंचने के अनधिकृत प्रवेश के लिए कई रास्ते हैं. कई जगह जालियां टूटी हुई हैं, जिनमें से प्रवेश कर प्लेटफॉर्म और यार्ड तक आसानी से पहुंचा जा सकता है.
जांच उपकरण बंद, सीसीटीवी भी नाम के लिए
इंदौर रेलवे स्टेशन परिसर की सुरक्षा के लिए प्लेटफार्म पर कई जगह तीसरी आंख यानी सीसीटीवी तो लगे हैं लेकिन इनमें कई ब्लैंक स्पॉट हैं, जिनसे बचकर स्टेशन पर आया व जा या जा सकता है. अधिकांश कैमरों का फोकस पटरी के आसपास ही है, जिससे एक तरफ का पूरा हिस्सा छूट गया है. रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर प्रवेश के लिए बने मुख्य द्वार पर भी किसी तरह की जांच नहीं होती है. यहां लगा लगेज स्कैनर भी लंबे समय से बंद है.
पहले भी सामने आ चुके हैं कई मामले
दरअसल, यह पहला मौका नहीं है, जब सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो रहे हैं. रेलवे स्टेशन पर कई बार सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हो चुके हैं. कुछ दिन पहले महू से आई ट्रेन में बुर्के में आई 2 महिलाएं एक बच्चे को छोड़कर भाग निकली थीं. वहीं दूसरा मामला इंदौर स्टेशन से एक बच्ची लापता हो गई. अपनी मां के पास सोई इस बच्ची को अज्ञात व्यक्ति उठा ले गया. हालांकि यह बच्ची बाद में देवास रेलवे स्टेशन पर मिली थी. उस समय जांच में इंदौर स्टेशन के कैमरे बंद मिले थे.
सुरक्षा व्यवस्था जल्द दुरुस्त करने का दावा
पश्चिम रेल रतलाम मंडल के पीआरओ खेमराज मीना का कहना है "सुरक्षा व्यवस्था जल्द ही दुरुस्त की जाएगी. समय-समय पर जीआरपी और आरपीएफ द्वारा अभियान भी चलाया जाता है. जो सुरक्षा उपकरण खराब पड़े हैं, उसके लिए भी जल्द से जल्द टेंडर किए जाएंगे."