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देश के सबसे स्वच्छ शहर को हरा-भरा बनाने का जुनून, 22 देशों में भी होगा ये काम - Indore 51 lakh saplings planted

इंदौर में पड़ रही भीषण गर्मी को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने 51 लाख पेड़ लगाने का संकल्प लिया है. अब इस अभियान से प्रवासी भारतीय भी जुड़ रहे हैं. इसके साथ ही 51 लाख पेड़ एक साथ लगाने के लिए अब तक 25 लाख गड्ढे किए जा चुके हैं.

INDORE 51 LAKH SAPLINGS PLANTED
हरा-भरा इंदौर के लिए लोगों में गजब का जुनून (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jun 25, 2024, 6:52 PM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में चलने वाले वृक्षारोपण महा अभियान के लिए अब दुनिया भर के देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीय भी जुड़ रहे हैं. लिहाजा अब इंदौर के वृक्षारोपण के साथ लंदन से लेकर दुबई तक प्रदेश के एनआरआई इंदौर के नाम से वृक्षारोपण करेंगे. इधर, एक साथ 51 लाख पौधे लगाने को लेकर हार्वर्ड और बोस्टन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में इंदौर के वृक्षारोपण पर केस स्टडी भी हो सकती है. शहर में पेड़ लगाने के लिए गड्ढे करने का काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है. इस बीच खुद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय रेवती रेंट पहाड़ी पर जेसीबी से गड्ढे करते नजर आए.

हरा-भरा इंदौर के लिए लोगों में गजब का जुनून (Etv Bharat)

अब तक किए जा चुके हैं 25 लाख गड्ढे

इंदौर को बढ़ते तापमान से बचाने के लिए हरियाली की चादर फैलाने का संकल्प अब रफ्तार पकड़ने लगा है. 51 लाख पेड़ एक साथ लगाने के लिए अब तक 25 लाख गड्ढे किए जा चुके हैं. जिनमें अब करीब 8 फीट के बड़े पेड़ लगाने की तैयारी है. इस तैयारी को लेकर विजयवर्गीय ने बताया कि ''अब तक असम का 9,20,000 पेड़ एक साथ लगाने का रिकॉर्ड है, लेकिन इंदौर की रेवती रेंट पहाड़ी पर 11 लाख पेड़ एक साथ लगाकर यह रिकॉर्ड तोड़ा जाएगा.''

'शहर के तापमान में आएगी 5 डिग्री की कमी'

कैलाश ने आगे कहा कि ''पेड़ लगाने के लिए इंदौर के लोगों को पूरा एक चार्ट उपलब्ध कराया जाएगा. जिसमें जो जहां चाहेगा वहां उसे 10 पेड़ लगाने की सारी सुविधा दी जाएगी. इंदौर का तापमान जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसे नहीं रोका गया तो आने वाले सालों में यह तापमान दिल्ली और पंजाब की बराबरी करेगा. इसलिए शहर में यदि 5 करोड़ पेड़ लगा दिए जाते हैं तो शहर के तापमान में 5 डिग्री तक की कमी आ सकती है. लिहाजा इस अभियान से अब न केवल इंदौर बल्कि फ्रेंड्स ऑफ एमपी को जोड़ा गया है, जो इस अभियान का हिस्सा बन चुका है.''

विदेशों में होगा इंदौर के नाम से वृक्षारोपण

उन्होंने कहा कि ''इस महाअभियान में अब प्रदेश के एनआरआई भी उत्साह और उमंग के साथ हिस्सा ले रहे हैं. वृक्षारोपण अभियान में हिस्सा लेने के लिए विदेशों से कई लोगों ने अपने परिवार के साथ इंदौर में आने का वादा किया है और कुछ एनआरआई इस मौके पर लंदन, न्यूयार्क, दुबई जैसे बड़े शहरों में इंदौर के नाम से वृक्षारोपण करेंगे. इंदौर में इतने बड़े पैमाने होने वाले वृक्षारोपण पर हार्वर्ड और बोस्टन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में केस स्टडी भी हो सकती है.''

ये भी पढ़ें:

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इंदौर में बनाया जाएगा ग्लोबल एनआरआई गार्डन

दरअसल, इंदौर में 51 लाख वृक्षों के महाअभियान के तहत नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये विदेश में रह रहे प्रदेश के एनआरआई से चर्चा की है. विजयवर्गीय के साथ 22 देशों के 100 से ज्यादा एनआरआई और प्रसिद्ध पारिस्थितिकीविद् व संरक्षण जीवविज्ञानी कमलजीत सिंह जी बावाबावा भी शामिल थे. इंदौर में देश का दूसरा ग्लोबल एनआरआई गार्डन बनाया जाएगा. अपनी जड़ों से जुड़ते हुए फ्रेंड्स ऑफ एमपी संगठन के शिकागों के सदस्य विवेकानंद वन में 10 हजार पौधों का रोपण कर अपने स्नेह के रिश्तों की डोर को और मजबूत करेंगे.

इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर में चलने वाले वृक्षारोपण महा अभियान के लिए अब दुनिया भर के देशों में रहने वाले प्रवासी भारतीय भी जुड़ रहे हैं. लिहाजा अब इंदौर के वृक्षारोपण के साथ लंदन से लेकर दुबई तक प्रदेश के एनआरआई इंदौर के नाम से वृक्षारोपण करेंगे. इधर, एक साथ 51 लाख पौधे लगाने को लेकर हार्वर्ड और बोस्टन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में इंदौर के वृक्षारोपण पर केस स्टडी भी हो सकती है. शहर में पेड़ लगाने के लिए गड्ढे करने का काम भी युद्ध स्तर पर चल रहा है. इस बीच खुद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय रेवती रेंट पहाड़ी पर जेसीबी से गड्ढे करते नजर आए.

हरा-भरा इंदौर के लिए लोगों में गजब का जुनून (Etv Bharat)

अब तक किए जा चुके हैं 25 लाख गड्ढे

इंदौर को बढ़ते तापमान से बचाने के लिए हरियाली की चादर फैलाने का संकल्प अब रफ्तार पकड़ने लगा है. 51 लाख पेड़ एक साथ लगाने के लिए अब तक 25 लाख गड्ढे किए जा चुके हैं. जिनमें अब करीब 8 फीट के बड़े पेड़ लगाने की तैयारी है. इस तैयारी को लेकर विजयवर्गीय ने बताया कि ''अब तक असम का 9,20,000 पेड़ एक साथ लगाने का रिकॉर्ड है, लेकिन इंदौर की रेवती रेंट पहाड़ी पर 11 लाख पेड़ एक साथ लगाकर यह रिकॉर्ड तोड़ा जाएगा.''

'शहर के तापमान में आएगी 5 डिग्री की कमी'

कैलाश ने आगे कहा कि ''पेड़ लगाने के लिए इंदौर के लोगों को पूरा एक चार्ट उपलब्ध कराया जाएगा. जिसमें जो जहां चाहेगा वहां उसे 10 पेड़ लगाने की सारी सुविधा दी जाएगी. इंदौर का तापमान जिस तेजी से बढ़ रहा है, उसे नहीं रोका गया तो आने वाले सालों में यह तापमान दिल्ली और पंजाब की बराबरी करेगा. इसलिए शहर में यदि 5 करोड़ पेड़ लगा दिए जाते हैं तो शहर के तापमान में 5 डिग्री तक की कमी आ सकती है. लिहाजा इस अभियान से अब न केवल इंदौर बल्कि फ्रेंड्स ऑफ एमपी को जोड़ा गया है, जो इस अभियान का हिस्सा बन चुका है.''

विदेशों में होगा इंदौर के नाम से वृक्षारोपण

उन्होंने कहा कि ''इस महाअभियान में अब प्रदेश के एनआरआई भी उत्साह और उमंग के साथ हिस्सा ले रहे हैं. वृक्षारोपण अभियान में हिस्सा लेने के लिए विदेशों से कई लोगों ने अपने परिवार के साथ इंदौर में आने का वादा किया है और कुछ एनआरआई इस मौके पर लंदन, न्यूयार्क, दुबई जैसे बड़े शहरों में इंदौर के नाम से वृक्षारोपण करेंगे. इंदौर में इतने बड़े पैमाने होने वाले वृक्षारोपण पर हार्वर्ड और बोस्टन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में केस स्टडी भी हो सकती है.''

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दरअसल, इंदौर में 51 लाख वृक्षों के महाअभियान के तहत नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये विदेश में रह रहे प्रदेश के एनआरआई से चर्चा की है. विजयवर्गीय के साथ 22 देशों के 100 से ज्यादा एनआरआई और प्रसिद्ध पारिस्थितिकीविद् व संरक्षण जीवविज्ञानी कमलजीत सिंह जी बावाबावा भी शामिल थे. इंदौर में देश का दूसरा ग्लोबल एनआरआई गार्डन बनाया जाएगा. अपनी जड़ों से जुड़ते हुए फ्रेंड्स ऑफ एमपी संगठन के शिकागों के सदस्य विवेकानंद वन में 10 हजार पौधों का रोपण कर अपने स्नेह के रिश्तों की डोर को और मजबूत करेंगे.

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