इंदौर। एडवाइजरी कंपनी के माध्यम से लोगों को झांसा देकर लूटा जा रहा है. इंदौर में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं. एक और ऐसा ही मामला सामने आया है. एसीपी नरेंद्र रावत ने बताया "इलाहाबाद के रहने वाले इमरान नामक व्यक्ति ने शिकायत की थी कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. पुलिस ने जांच करते हुए पिछले दिनों विजयनगर व एमआईजी थाना क्षेत्र में संचालित फर्जी एडवाइजरी कंपनियों पर दबिश दी. इसी दौरान एमआईजी क्षेत्र में सीरी टेक एंटरप्राइजेज कंपनी पर भी छापा मारा."
कंपनी पर दबिश देकर 30 कर्मचारियों से पूछताछ
एसीपी नरेंद्र रावत के अनुसार "विजयनगर में स्टार्ट कंपनी का दफ्तर था. पुलिस ने दबिश देते हुए दोनों ही स्थान से 30 कर्मचारियों से पूछताछ की. वहीं 17 मोबाइल फोन और 3 कंप्यूटर सहित लैपटॉप बरामद किए. सुनील पटेल और सचिन नामक व्यक्ति कंपनी को संचालित कर रहे थे. ये लोग सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनता का डाटा कलेक्ट करते थे. इसके बाद उन्हें फोन कॉल कर शेयर मार्केट में निवेश करने सहित अन्य लुभावने वादे करते थे."
कई राज्यों से जुड़े हैं आरोपियों के तार
पुलिस के अनुसार आरोपियों के तार दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड सहित अन्य राज्यों से जुड़े हैं. पुलिस अब कंप्यूटर, मोबाइल फोन और अन्य डाटा की जांच पड़ताल में जुटी हुई है. पुलिस का कहना है फिलहाल अभी कितने करोड़ की धोखाधड़ी इनके द्वारा लोगों से की गई है, यह अकाउंट की जांच के बाद ही पता चलेगा. यदि कोई फरियादी आता है तो उसकी शिकायत पर भी कार्रवाई की जाएगी. एसीपी नरेंद्र रावत का कहना है कि मामले की जांच जारी है.
हौज में गिरने से 3 माह की बच्ची की मौत
इंदौर के खजराना थाना क्षेत्र में फुटपाथ पर रहने वाले परिवार की 3 माह की बच्ची की पानी की हौज में गिरने से मौत हो गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है. 3 माह की बच्ची रात में अपने परिजनों के पास ही सो रही थी. पुलिस का कहना है कि बच्ची के माता-पिता से भी पूछताछ की जा रही है, क्योंकि लोहे का ढक्कन उस हौज पर लगा हुआ था, उसके बावजूद बच्ची रात में किस तरह से गिर गई, यह सवाल खड़े कर रहा है. पुलिस जांच में यह भी बात सामने आ रही है कि माता-पिता के बीच विवाद होता था. इस मामले में एडिशनल डीसीपी अमरेंद्र सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है.