इंदौर: एमवाय हॉस्पिटल में पदस्थ जूनियर डॉक्टर अपने सीनियर डॉक्टर पर प्रताड़ना का आरोप लगाकर एक सुसाइड नोट छोड़ लापता हो गए थे. इस पूरे मामले में उनके साथी डॉक्टर ने संयोगितागंज पुलिस को पूरी जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस ने लापता हुए डॉक्टर को उज्जैन के रामघाट से बरामद किया और परिजन को सौंप दिया है. वहीं,इस पूरे मामले की जांच पड़ताल भी की जा रही है.
सीनियर डॉक्टर पर प्रताड़ना का आरोप
संयोगितागंज थाने पर पिछले दिनों बड़ी संख्या में जूनियर डॉक्टर पहुंचे थे और अपने एक साथी डॉक्टर हेमंत यादव के लापता होने की जानकारी पुलिस को दी थी. जूनियर डॉक्टरों ने एक सुसाइड नोट भी पुलिस को सौंपा था जिसमें लिखा था कि 'सीनियर डॉक्टर लगातार अलग-अलग तरह से प्रताड़ित करते है. इसलिए मैं सुसाइड करने जा रहा हूं.'
पुलिस ने इस मामले में जांच शुरू करते हुए मोबाइल लोकेशन और परिजन से जानकारी जुटाई. लेकिन लापता जूनियर डॉक्टर ने मोबाइल बंद कर दिया था. जिसके बाद उसके दोस्तों और अन्य परिजन के घर पर तलाश की गई. इस बीच लापता डॉक्टर के कुक्षी में अपने मित्र के घर पर होने की सूचना मिली. जब पुलिस वहां पहुंची तो डॉक्टर वहां से निकल चुका था. जिसके बाद जांच करते हुए पुलिस ने लापता डॉक्टर को उज्जैन के रामघाट से बरामद किया और परिजनों को सौंप दिया.
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सीनियर से परेशान होकर सुसाइड के लिए निकला
इस मामले में लापता डॉक्टर हेमंत यादव से पुलिस ने पूछताछ की. जिसमें बताया गया कि सीनियर डॉक्टर के द्वारा लगातार अभद्रता और प्रताड़ित किया जा रहा था. इन्हीं कारणों से परेशान होकर वह सुसाइड करने निकला था. इस घटना की पुष्टि करते हुए इंदौर डीसीपी हंस राज सिंह ने बताया कि "इस पूरे मामले में पुलिस जांच पड़ताल कर लापता डॉक्टर की तलाश कर परिजन के हवाले कर दिया गया है. इस मामले में आगे की जांच पुलिस कर रही है."