इंदौर। शहर के मल्हारगज थाना क्षेत्र में संचालित अनाथ आश्रम में रहने वाले 4 बच्चों की मौत दो दिन के अंदर हो गई. अभी 12 बच्चे गंभीर अवस्था में इंदौर के चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है. प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आ रही है कि बच्चों के ब्लड में इंफेक्शन हो गया. वहीं जिन 12 बच्चों का इलाज हो रहा है, उनमें भी ब्लड इंफेक्शन होने की बात सामने आई है. इंफेक्शन किस कारण के चलते हुआ, इसकी जांच की जा रही है.
इंदौर कलेक्टर ने दिए जांच के आदेश
वहीं, एमवायएच अधीक्षक डॉ.अशोक यादव का कहना है "बच्चों में डायरिया के प्रारंभिक लक्षण मिले हैं. दो बच्चों की हालत गंभीर है." बच्चों की हालत खराब होने की सूचना मिलते ही कलेक्टर आशीष सिंह अस्पताल पहुंचे और सारी जानकारी ली. कलेक्टर ने अस्पताल स्टाफ को बच्चों के इलाज में पूरी सावधानी रखने के निर्देश दिए. इसके साथ ही कलेक्टर ने अपने मातहत अधिकारियों को जांच में लगाया है कि आश्रम में किस कारण बच्चों की तबियत खऱाब हुई. इंदौर डीसीपी विनोद मीणा का कहना है "मामले की जांच जारी है. फूड पॉइजनिंग के कारण उन्हें उल्टी और लूज मोशन होने की प्रारंभिक तौर पर शिकायत आई थी."
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जांच के लिए जिला प्रशासन की टीम गठित
जिला प्रशासन ने एक टीम गठित की है, जो यह पता लगाएगी कि आखिरकार किस तरह के संक्रमण से बच्चों की मौत हुई है. वहीं बीमार बच्चों को अब संक्रमण से बचाने के प्रयास हो रहे हैं. मल्हारगंज पुलिस के मुताबिक करण (12) साल के बच्चे की सोमवार को तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई. मंगलवार को आकाश (7) की भी तबीयत बिगड़ने से मौत की जानकारी सामने आई. बच्चों को देखने पहुंचे इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह के मुताबिक "फिलहाल बच्चों को संक्रमण से मुक्त करने के प्रयास किया जा रहे हैं. जिन 4 बच्चों की मौत हुई है, इसकी जांच के लिए टीम का गठन किया गया है." आश्रम के मुताबिक मृतक बालक करण निवासी सोनकच्छ को 15 महीने पहले चाइल्ड लाइन के माध्यम से आश्रम में लाया गया था. वहीं, आकाश निवासी नर्मदापुरम को 3 महीने पहले चाइल्ड ने आश्रम को सौंपा था.