इंदौर। नगर निगम घोटाले के मुख्य आरोपी अभय राठौर की पत्नी ने पिछले दिनों एक शपथ पत्र इंदौर हाई कोर्ट में दिया है. इस शपथ पत्र के बाद एक बार फिर इस घोटाले पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं, वही इस मामले में आने वाले दिनों में कई और लोगों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.
मुख्य आरोपी की पत्नी ने दिया शपथ पत्र
इंदौर नगर निगम में फर्जी बिल के मामले में एमजी रोड पुलिस ने पिछले दिनों इंदौर नगर निगम के अधिकारी अभय राठौर के खिलाफ विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया था. अब इस मामले में उनकी पत्नी ने कोर्ट में एक शपथ पत्र दिया है. जिसे अभय राठौर के वकील मनोहर दयाल ने शनिवार को कोर्ट के सामने पेश किया.
300 कर्मचारियों पर 12 करोड़ के खर्च का उठाया सवाल
शपथ पत्र में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि नगर निगम में 300 कर्मचारियों को आउटसोर्स से लिया गया है और इन्हें घरेलू नौकर के तौर पर राजनीतिक दलों के प्रभावशाली नेताओं, सेवानिवृत अधिकारी, पूर्व पार्षदों, अधिकारियों के यहां लगाया गया है. उनकी उपस्थिति निगम में फर्जी तरीके से दिखाई जाती है और राशि का खर्चा नगर निगम द्वारा हर साल 12 करोड़ रुपये उठाया जाता है.
मेरे पति तक सबसे बाद में पहुंचती थी फाइल
शपथ पत्र में कहा गया है कि पूर्व महापौर मालिनी गौड़ के समय भी आयुक्त द्वारा यह किया जाता था इसके बाद प्रतिभा पाल ने निगमायुक्त रहते हुए यह किया ताकि कोई उनकी शिकायत नहीं करें. वरिष्ठ अधिवक्ता मनोहर दयाल का तो यह भी कहना है कि थाना प्रभारी विजय सिसोदिया के शिकायतकर्ता दोस्त हैं. जिसके कारण थाना प्रभारी ने बीच की कड़ी को छुपाकर मेरे पति सहित अन्य लोगों को आरोपी बना दिया जबकि बीच की कड़ी सुरेंद्र गुप्ता सहित अन्य लोग हैं. वहीं पैसा पास होने की एक पूरे चेन है और उस चेन से गुजरने के बाद मेरे पति तक सबसे बाद में फाइल पहुंचती थी लेकिन सीधे मेरे पति को आरोपी बनाया गया.
जांच अधिकारी को बदलने की मांग
यदि इस मामले में जांच होगी तो कई वरिष्ठ अधिकारी और अन्य लोगों के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज हो सकते हैं. आरोपी अभय राठौर की पत्नी के द्वारा जिस तरह से शपथ पत्र दिया गया है उसके बाद अब देखना होगा कि आने वाले दिनों में पुलिस किस तरह से जांच पड़ताल करती है. जांच अधिकारी को बदलने को लेकर भी शपथ पत्र में मांग की है. बता दें पिछले दिनों आरोपी अभय राठौर की जमानत याचिका को इंदौर की जिला कोर्ट ने खारिज कर दिया है. जिस पर आने वाले दिनों में इंदौर हाई कोर्ट में सुनवाई होगी और उसी के चलते आरोपी की पत्नी ने इस तरह का शपथ पत्र कोर्ट के सामने रखा है. भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने तो वीडियो जारी करते हुए पूरे ही मामले में उच्च स्तरीय जांच की बात कही है.