इंदौर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने अवैध कॉलोनी को लेकर हाल ही में आदेश जारी किया है. अब इसका असर भी दिखने लगा है. इंदौर की एक ऐसी ही अवैध कॉलोनी पर इंदौर नगर निगम की टीम कार्रवाई करने पहुंची, लेकिन जैसे ही इसकी जानकारी महू विधायक उषा ठाकुर को लगी तो वे मौके पर पहुंची और अतिक्रमण हटाओ कार्रवाई को रुकवाया. इस दौरान लोगों ने पार्षद पर रुपए मांगने के आरोप लगाए. मामला इंदौर के एरोड्रम थाना क्षेत्र के मारवाड़ी अग्रवाल कॉलोनी का है.
मारवाड़ी अग्रवाल कॉलोनी में बन चुके हैं 100 घर
बता दें कि मारवाड़ी अग्रवाल कॉलोनी में सौ मकान बन गए हैं. वहीं, नगर निगम ने इस कॉलोनी को अवैध बताते हुए अतिक्रमण हटाने का आदेश जारी कर दिया. शनिवार सुबह नगर निगम की टीम मौके पर पहुंची और रिमूवल की कार्रवाई शुरू कर दी. इस दौरान रहवासियों ने इसकी जानकारी महू विधायक उषा ठाकुर को दी. उषा ठाकुर मौके पर पहुंची और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई रुकवाई. साथ ही संबंधित अधिकारियों से पूरी जानकारी ली. बताया जा रहा है कि उषा ठाकुर और मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के बीच पिछले दिनों बंद कमरे में कहासुनी हो गई थी. इस विवाद की वजह महू के कांग्रेस नेताओं द्वारा बीजेपी ज्वाइन करना बताया जा रहा है.
ये खबरें भी पढ़ें... मंदसौर के सुवासरा में निर्माणाधीन बस स्टैंड इलाके में 53 करोड की जमीन अतिक्रममण मुक्त बुरहानपुर के बाजारों में अब नहीं लगेगा जाम, 1 फरवरी से पार्किंग की नई व्यवस्था बनाई |
ये कॉलोनी विधायक उषा ठाकुर के रिश्तेदार की
जिस कॉलोनी में शनिवार इंदौर नगर निगम की रिमूवल की टीम कार्रवाई करने के लिए पहुंची वह कॉलोनी उषा ठाकुर के रिश्तेदार की बताई जा रही है. मौके पर मौजूद महिलाओं का कहना है कि दो बड़े नेताओं की लड़ाई में हमारा नुकसान हो रहा है तो वहीं एक क्षेत्रीय रहवासी ने बीजेपी के पार्षद पर भी गंभीर आरोप लगाए. उनका कहना था कि पार्षद द्वारा डिमांड की जा रही है. नहीं देने पर इंदौर नगर निगम द्वारा अतिक्रमण की कार्रवाई करवाई जा रही है.