इंदौर। नगर निगम में पिछले दिनों करोड़ों रुपए का घोटाला सामने आया था. इस पूरे ही मामले में पुलिस ने इंदौर नगर निगम की शिकायत पर कई ठेकेदारों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था. वहीं अब पूरे मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और फरार आरोपियों की तलाश में जुटी है. जल्द उन्हें भी गिरफ्तार करने की बात पुलिस के द्वारा की जा रही है.
क्या है नगर निगम घोटाला?
इंदौर के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने पूर्व में बताया था कि नगर निगम में फर्जी बिल लगाकर 21 करोड़ की धोखाधड़ी की गई थी. इसमें साजिद सिद्दीकी व राहुल को नमाजद आरोपी बनाया गया है. नामजद आरोपियों पर 420 सहित अन्य धोखाधड़ी की धाराएं लगाई गई. इसके बाद से पुलिस उज्जैन इंदौर सहित आसपास के अन्य जिलों में आरोपियों की तलाश कर रही थी.
पुलिस ने 4 आरोपियों को पकड़ा
इंदौर शहर के एमजी रोड थाना पुलिस ने नगर निगम में के बहुचर्चित घोटाले में चार आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया है. रविवार देर रात पुलिस ने दो आरोपियों की गिरफ्तारी की थी. वहीं उनकी पूछताछ और निशानदेही के बाद पुलिस ने नगर निगम के दो और कर्मचारियों को भी गिरफ्तार किया है. अब तक पुलिस ने इस घोटाले में ग्रीन कंस्ट्रक्शन कंपनी के मोहम्मद सिद्दीकी निवासी 147 मदीना नगर को गिरफ्तार किया है. जिसके खाते में 6 करोड़ 96 लाख 38 हजार 240 का भुगतान हो चुका है.
इन कंपनियों को हुआ भुगतान
वहीं किंग कंस्ट्रक्शन के मोहम्मद जाकिर के खाते में 2 करोड़ 36 लाख 35 हजार 892 रुपए और नीव कंस्ट्रक्शन के मोहम्मद साजिद के खाते में 5 करोड़ 57 लाख 3240 रुपए का भुगतान हो चुका है. आरोपी रेणु वडेरा क्षितिज इंटरप्राइजेज की मालकिन हैं, जिसके खाते में 7 करोड़ 15 लाख 19 हजार 760 रुपए का भुगतान हुआ है. वही रेणु के पति राहुल वडेरा ने जानवी इंटरप्राइजेज के नाम से 2 करोड़ 17 लाख 76 हजार 338 रुपए का भुगतान प्राप्त किया है.
रोहित वडेरा और रेणु वडेरा की तलाश जारी
इस फर्जी बिल कांड में नगर निगम के कंप्यूटर ऑपरेटर उदय पिता रामनरेश भदौरिया और चेतन पिता बादशाह सिंह भदौरिया को भी गिरफ्तार किया है. पुलिस की अब तक की कार्रवाई में लगभग चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. रोहित वडेरा और उसकी पत्नी रेणु वडेरा की पुलिस तलाश कर रही है. वहीं पूरे मामले में पकड़े गए सभी आरोपियों से पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है.