इंदौर। इंदौर नगर निगम में फर्जी बिल घोटाला की जांच जारी है. लगातार गिरफ्तारियों का दौर चल रहा है. इसी कड़ी में पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. बता दें कि इंदौर की एमजी रोड पुलिस ने पिछले दिनों नगर निगम के अधिकारी की शिकायत पर फर्जी बिल घोटाले का मामला दर्ज किया था. पुलिस ने नगर निगम के इंजीनयर अभय राठौर को गिरफ्तार किया था. उनकी निशानदेही पर 11 और आरोपियों को अभी तक पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है.
दोनों अफसर भोपाल से हुए गिरफ्तार
बता दें कि आरोपियों ने फर्जी बिल पास करवा कर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी की है. एमजी रोड थाना प्रभारी विजय सिसोदिया ने बताया "घोटाले को लेकर जेल में बंद अभय राठौर को एक बार फिर पूछताछ के लिए लाया गया है. अभय राठौर ने जानकारी दी कि ऑडिट शाखा के दो अधिकारी समर्थ सिंह परमार और रामेश्वर परमार भी घोटाले में शामिल हैं. इसके बाद पुलिस ने भोपाल से समर सिंह को गिरफ्तार किया." समर सिंह पोस्ट संचालक स्थानीय निधि प्रकोष्ठ भोपाल पर कार्यरत है तो वहीं दूसरे आरोपी रामेश्वर परमार को भी गिरफ्तार किया, वह डिप्टी डायरेक्टर ऑडिट आवासीय नगर नगर निगम में पदस्थ है.
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दोनों आरोपियों से पुलिस की पूछताछ
दोनों आरोपियों से पुलिस पूछताछ कर रही है. बता दें एक बार फिर रिमांड पर लिए गए अभय राठौर ने पूछताछ में कई जानकारी दी हैं. इसके साथ ही कई राज चौंकाने वाले बताए हैं. पड़ताल के लिए पुलिस की टीम अभय राठौर को टेंचिग ग्राउंड पर भी ले गई. वहां भी उससे पूछताछ की गई. बता दें कि आरोपियों ने फर्जी बिल के माध्यम से करोड़ों रुपए अलग-अलग तरह से इंदौर नगर निगम के खजाने से निकलकर धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम दिया है.