इंदौर। इंदौर नगर निगम में घोटाले की जांच जारी है. ये घोटाला 100 करोड़ रुपए के आसपास पहुंच चुका है. पुलिस ने अभी तक 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. अब पुलिस आरोपियों की संपत्तियों की भी जानकारी जुटा रही है. आने वाले दिनों में इन संपत्ति की कुर्क करने की तैयारी की जा रही है. इस मामले में अभी और लोगों के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है.
ठेकेदारों व अफसरों ने फर्जी बिलों के सहारे किया घोटाला
गौरतलब है कि फर्जी बिलों के सहारे इंदौर नगर निगम में घोटाला किया गया. पुलिस ने तीन प्रकरण दर्ज किए हैं. ठेकेदार और अधिकारियों को आरोपी बनाया गया है. कुछ अधिकारी और ठेकेदार अभी भी फरार चल रहे हैं, जिनकी तलाश में पुलिस विभिन्न जगहों पर दबिश दे रही है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि अब आरोपियों की संपत्ति कुर्क की जाएगी. इंदौर महापौर पुष्पमित्र भार्गव ने मुख्यमंत्री मोहन यादव को इस मामले की जानकारी दे दी है.
जांच के लिए गठित होगी स्पेशल टीम
संभावना व्यक्त की जा रही है कि आने वाले दिनों में इस पूरे मामले की जांच अब एक स्पेशल टीम द्वारा की जाएगी. उसके बाद इस पूरे मामले में आने वाले दिनों में कई और आरोपियों को गिरफ्तार करने की बात भी पुलिस द्वारा की जा रही है. एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया का कहना है "पहला काम आरोपियों की संपत्ति की जानकारी जुटाना है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी."