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350 किलो पीतल और स्टील, गियर-बेयरिंग से बने लाखों के मस्कुलर स्क्रैप हनुमान, इंदौरी स्टार्टअप की धूम - Indore metal scrap hanuman

एक से बढ़कर एक मूर्तियां और कलाकृतियां, पहली नजर में जो भी देखता है वाह वाह करने लगता है और उससे भी ज्यादा हैरानी उसको तब होती है जब उसको पता चलता है कि ये मेटल के कबाड़ से बनी कलाकृतियां हैं. इंदौर के मेटल आर्टिस्ट देवल वर्मा हाल ही में हनुमानजी की प्रतिमा तैयार कर रहे हैं. देखिए ये खास रिपोर्ट.

Indore metal scrap hanuman
मैकेनिकल इंजीनियर हैं देवल वर्मा
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 17, 2024, 11:04 PM IST

Updated : Apr 18, 2024, 5:40 PM IST

इंदौर के मेटल आर्टिस्ट का हुनर

इंदौर। वैसे तो देश में मूर्तियों को बनाने वाले कई कलाकार हैं फिर चाहे मिट्टी की मूर्ती हो या पत्थर की या किसी अन्य चीज से बनी मूर्तियां, लेकिन इंदौर के रहने वाले इस कलाकार की मूर्तियां भी बेजोड़ हैं,नायाब हैं और उतनी ही आकर्षक और मन मोह लेने वाली. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि ये सभी मूर्तियां या दूसरी कलाकृतियां मेटल से ही बनाई गई हैं लेकिन कबाड़ के मेटल से जिसे लोग कबाड़ी को दे देते हैं. पहली नजर में देखकर तो आप समझ ही नहीं पाएंगे कि ये कबाड़ के मेटल से बनीं हैं.

इंदौर के देवल वर्मा का स्टार्टअप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को रोजगार के लिए अलग-अलग तरह के स्टार्टअप खोलने की सलाह दी है. ऐसे में अलग-अलग तरह के स्टार्टअप युवाओं के द्वारा खोले भी जा रहे हैं और वह काफी सक्सेस भी हो रहे हैं. इसी कड़ी में इंदौर के रहने वाले एक युवा देवल वर्मा ने स्क्रैप के माध्यम से अलग-अलग तरह की मूर्तियां बनाई हैं जो पूरे देश में काफी फेमस भी हो रही हैं. इसी कड़ी में इंदौर के रहने वाले युवा हाल ही में एक हनुमान जी की मूर्ति बना रहे हैं. ये मूर्ति लगभग तैयार है और देखने में आकर्षक है.

मैकेनिकल इंजीनियर हैं देवल वर्मा

इंदौर के रहने वाले मैकेनिकल इंजीनियर देवल वर्मा 2017 से अपना स्टार्ट अप चला रहे हैं. उनका कहना है कि जब स्टार्ट अप को लोग जानते नहीं थे उसके पहले उन्होंने इसकी शुरुआत कर दी थी. उन्होंने अब तक कई तरह की मूर्तियां और कलाकृतियां बनाई हैं. हाथी,मोर,तोता,गिटार, बाज समते कई तरह के पशु पक्षियों की आकृतियां बनाई हैं. भारत का नक्शा भी देखने लायक है तो कई प्रकार के मुखौटे भी उनकी कलाकृतियों में शामिल हैं. मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के बाहर जो बुल है वह भी उनके द्वारा ही बनाया गया है. देश के उद्योगपति मुकेश अंबानी को भी उन्होंने एक कलाकृति ऑर्डर पर बनाकर दी है, यानि एक से बढ़कर एक कलाकृतियां बनाने में माहिर हैं देवल वर्मा.

Scrap Sculptures Startup Indore
कबाड़ के मेटल से तैयार हनुमानजी की प्रतिमा

गोधरा के कारोबारी ने दिया है मूर्ति का ऑर्डर

गुजरात के गोधरा के एक कारोबारी ने देवल को सोशल मीडिया के माध्यम से ढूंढा और उन्हें हनुमानजी की मूर्ति बनाने का ऑर्डर दिया. वैसे तो वे कई प्रकार की मूर्तियां बना चुके हैं लेकिन हनुमानजी की मूर्ति बनाना उनके लिए चैलेजिंग था. इस कारोबारी ने अपने रेस्टोरेंट में लगाने के लिए हनुमानजी की मूर्ति का ऑर्डर दिया है. मूर्ति लगभग बनकर तैयार है. देवल वर्मा बताते हैं कि यह उनके लिए बड़ा चैलेंज था कारण मूर्ति के चेहरे को बनाना इतना आसान नहीं था. ऑर्डर मिलने के बाद लगभग दो से तीन महीने में डिजाइन फाइनल हुआ. उसके बाद अलग-अलग तरह का स्क्रैप हनुमान जी की मूर्ति में लगाने के लिए लाया गया.

मूर्ति बनाने में लगा साल भर का समय

मेटर आर्टिस्ट देवल वर्मा बताते हैं कि हनुमान जी की मूर्ति में कौन सा स्क्रैप का पार्ट कहां पर लगना है, और उस जैसे पार्ट को ढूंढ-ढूंढकर लाया गया. हनुमान जी की मूर्ति को बनाने के लिए तकरीबन सालभर का समय लगा है. वही हनुमान जी की मूर्ति को बनाने के लिए तकरीबन 350 किलो स्क्रैप लगा है.

ये भी पढ़ें:

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4 लोगों की टीम ने बनाई हनुमान मूर्ति

4 लोगों की टीम ने इस हनुमान जी की मूर्ति को बनाया है. जिसमें एक मुस्लिम कारीगर फैजान खान भी शामिल है. देवल वर्मा का कहना है कि वह हनुमान भक्त हैं और अचानक उन्हें गोधरा के रहने वाले कारोबारी ने हनुमान जी की प्रतिमा बनाने का ऑर्डर दे दिया. वह बताते हैं कि अलग-अलग तरह के स्क्रैप के माध्यम से मूर्तियां बना चुके हैं, साथ ही स्क्रैप से बनने वाली मूर्तियां सालों साल चलती हैं, उनमें किसी तरह की कोई समस्या उत्पन्न नहीं होती है.

इंदौर के मेटल आर्टिस्ट का हुनर

इंदौर। वैसे तो देश में मूर्तियों को बनाने वाले कई कलाकार हैं फिर चाहे मिट्टी की मूर्ती हो या पत्थर की या किसी अन्य चीज से बनी मूर्तियां, लेकिन इंदौर के रहने वाले इस कलाकार की मूर्तियां भी बेजोड़ हैं,नायाब हैं और उतनी ही आकर्षक और मन मोह लेने वाली. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं कि ये सभी मूर्तियां या दूसरी कलाकृतियां मेटल से ही बनाई गई हैं लेकिन कबाड़ के मेटल से जिसे लोग कबाड़ी को दे देते हैं. पहली नजर में देखकर तो आप समझ ही नहीं पाएंगे कि ये कबाड़ के मेटल से बनीं हैं.

इंदौर के देवल वर्मा का स्टार्टअप

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं को रोजगार के लिए अलग-अलग तरह के स्टार्टअप खोलने की सलाह दी है. ऐसे में अलग-अलग तरह के स्टार्टअप युवाओं के द्वारा खोले भी जा रहे हैं और वह काफी सक्सेस भी हो रहे हैं. इसी कड़ी में इंदौर के रहने वाले एक युवा देवल वर्मा ने स्क्रैप के माध्यम से अलग-अलग तरह की मूर्तियां बनाई हैं जो पूरे देश में काफी फेमस भी हो रही हैं. इसी कड़ी में इंदौर के रहने वाले युवा हाल ही में एक हनुमान जी की मूर्ति बना रहे हैं. ये मूर्ति लगभग तैयार है और देखने में आकर्षक है.

मैकेनिकल इंजीनियर हैं देवल वर्मा

इंदौर के रहने वाले मैकेनिकल इंजीनियर देवल वर्मा 2017 से अपना स्टार्ट अप चला रहे हैं. उनका कहना है कि जब स्टार्ट अप को लोग जानते नहीं थे उसके पहले उन्होंने इसकी शुरुआत कर दी थी. उन्होंने अब तक कई तरह की मूर्तियां और कलाकृतियां बनाई हैं. हाथी,मोर,तोता,गिटार, बाज समते कई तरह के पशु पक्षियों की आकृतियां बनाई हैं. भारत का नक्शा भी देखने लायक है तो कई प्रकार के मुखौटे भी उनकी कलाकृतियों में शामिल हैं. मुंबई स्टॉक एक्सचेंज के बाहर जो बुल है वह भी उनके द्वारा ही बनाया गया है. देश के उद्योगपति मुकेश अंबानी को भी उन्होंने एक कलाकृति ऑर्डर पर बनाकर दी है, यानि एक से बढ़कर एक कलाकृतियां बनाने में माहिर हैं देवल वर्मा.

Scrap Sculptures Startup Indore
कबाड़ के मेटल से तैयार हनुमानजी की प्रतिमा

गोधरा के कारोबारी ने दिया है मूर्ति का ऑर्डर

गुजरात के गोधरा के एक कारोबारी ने देवल को सोशल मीडिया के माध्यम से ढूंढा और उन्हें हनुमानजी की मूर्ति बनाने का ऑर्डर दिया. वैसे तो वे कई प्रकार की मूर्तियां बना चुके हैं लेकिन हनुमानजी की मूर्ति बनाना उनके लिए चैलेजिंग था. इस कारोबारी ने अपने रेस्टोरेंट में लगाने के लिए हनुमानजी की मूर्ति का ऑर्डर दिया है. मूर्ति लगभग बनकर तैयार है. देवल वर्मा बताते हैं कि यह उनके लिए बड़ा चैलेंज था कारण मूर्ति के चेहरे को बनाना इतना आसान नहीं था. ऑर्डर मिलने के बाद लगभग दो से तीन महीने में डिजाइन फाइनल हुआ. उसके बाद अलग-अलग तरह का स्क्रैप हनुमान जी की मूर्ति में लगाने के लिए लाया गया.

मूर्ति बनाने में लगा साल भर का समय

मेटर आर्टिस्ट देवल वर्मा बताते हैं कि हनुमान जी की मूर्ति में कौन सा स्क्रैप का पार्ट कहां पर लगना है, और उस जैसे पार्ट को ढूंढ-ढूंढकर लाया गया. हनुमान जी की मूर्ति को बनाने के लिए तकरीबन सालभर का समय लगा है. वही हनुमान जी की मूर्ति को बनाने के लिए तकरीबन 350 किलो स्क्रैप लगा है.

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Last Updated : Apr 18, 2024, 5:40 PM IST
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