सागर : देश के बीचोंबीच बसे मध्यप्रदेश को देश भर में चल रहे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का जमकर फायदा मिलने वाला है. दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा जो देश में बड़े-बड़े एक्सप्रेस वे, ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे और हाईवे प्रोजेक्ट तैयार किए जा रहे हैं उनमें ज्यादातर मध्यप्रदेश से होकर गुजर रहे हैं. ऐसे में मध्यप्रदेश की कनेक्टिविटी पूरे देश के बड़े शहरों से हो रही है. वहीं एमपी की आर्थिक राजधानी इंदौर अगले साल देश की हाइटेक सिटी हैदराबाद से एक्सप्रेस वे के जरिए जुड़ जाएगा.
इंदौर-हैदराबाद का 70% काम पूरा
इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेस वे शुरू होने से इंदौर और हैदराबाद की दूरी 150 किमी कम हो जाएगी. 713 किमी के इस प्रोजेक्ट का काम करीब 70 फीसदी पूरा हो चुका है और इसे 2025 में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है. इस प्रोजेक्ट के सहारे इंदौर को लाॅजस्टिक हब बनाने में एमपी सरकार को बहुत मदद मिलेगी.
इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेस वे पर इतना खर्च
एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य की गति को देखा जाए, तो इस एक्सप्रेस वे पर अगले साल वाहन फर्राटा भरते नजर आएंगे. 713 किमी लंबे इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेस वे के निर्माण में 15 हजार करोड़ रुपए सरकार खर्च कर रही है.
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तेलंगाना से मध्य प्रदेश का कनेक्शन
इंदौर-हैदराबाद एक्सप्रेस-वे इंदौर को तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद को जोड़ने का काम करेगा. इंदौर से हैदराबाद की दूरी 150 किलोमीटर कम होने से आवागमन सस्ता और आसान होगा.एक्सप्रेस वे इस तरह तैयार किया जा रहा है कि इच्छापुर, मुक्ताईनगर, जलगांव और अकोला जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. इस एक्सप्रेस वे से बुरहानपुर,जलगांव और नांदेड़ जैसे शहर इंदौर से जुड़ेंगे. वहीं कोटा पहुंचने में सिर्फ 3 घंटे का समय लगेगा और इंदौर से ओंकारेश्वर महज एक घंटे में पहुंच जाएंगे. इस एक्सप्रेस वे से कृषि क्षेत्र को काफी मदद मिलेगी और रोजगार का सृजन होगा.