इंदौर। इंदौर में रंग पंचमी के अवसर पर निकलने वाली रंगारंग गेर को यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करने के प्रयास होंगे. यूनेस्को टीम के समक्ष इस आशय का प्रस्ताव अगले वर्ष भेजा जाएगा. शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने गेर में शामिल होने के बाद राज्य शासन द्वारा इस अभियान को आगे बढ़ने का फैसला किया है.
गेर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कराने का प्रयास
इंदौर की गेर में शामिल होने से उत्साहित मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि 'इंदौर में सालों पुरानी परंपरा को आज भी बखूबी निभाया जा रहा है. गेर हमारी सालों पुरानी परंपरा और ऐतिहासिक परंपरा का अंग है. यह विजय और उत्साह का पर्व है. गेर हर साल उत्साह पूर्वक निकाली जाती है. यहां जो भी आता है, गेर के रंग में रंग जाता है. मालवा अंचल के इस पर्व में न केवल इंदौर बल्कि उज्जैन, धार, खंडवा, खरगोन और देवास समेत अन्य इलाकों के लोग शामिल होते हैं. इतना ही नहीं देश और दुनिया से लोग इस पर्व में शामिल होने के लिए इंदौर पहुंचते हैं.
हाल ही में पता चला है कि गेर को यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल करने का अभियान चलाया जा रहा है. इस अभियान में अब सरकार भी मदद करेगी. इसे लेकर जो भी प्रस्ताव होगा. उसे आगे बढ़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ यादव ने प्रदेश वासियों को रंग पंचमी की शुभकामनाएं भी दी.
यहां पढ़ें... इंदौर के गेर में एक रंग जिंदगी का भी, आपको जरूर देखना चाहिए ये VIDEO रंग पंचमी की गेर, अपनत्व और प्रेम के रंग में रंगा इंदौर, सीएम और विजयवर्गीय भी हुए शामिल |
गेर निकालने के बाद स्वच्छता अभियान
स्वच्छता में सात बार से नंबर वन रहने वाला इंदौर स्वच्छता के प्रति कितना जागरुक है. इसका उदाहरण है, शहर में रंग पंचमी के दिन होने वाली सफाई. दरअसल, जिस क्षेत्र में गेर निकल जाती है, उस क्षेत्र में इस आयोजन के तत्काल बाद नगर निगम अपने फार्म में नजर आती है. इसके लिए बाकायदा नगर निगम का पूरा अमला जुट जाता है और चंद मिनट में ही पूरे गेर के मार्ग की सफाई की जाती है. लिहाजा आज गेर निकलने के तत्काल बाद राजवाड़ा और गेर मार्ग पर सफाई अभियान शुरू किया गया. इस दौरान 23 सफाई मशीन, 5 जेसीबी, 15 डंपर और 500 कर्मचारियों द्वारा पूरे क्षेत्र में सफाई कर दी गई. इसके बाद शहर फिर से स्वच्छ रूप में नजर आने लगी