ETV Bharat / state

नगर निगम के घोटालेबाजों से ED ने जब्त किए 20 करोड़, अलग-अलग 20 लोकेशन पर सर्च अभियान - Indore ED Seized 20 Crore

इंदौर नगर निगम के घोटालेबाजों पर ईडी ने शिकंजा कसते हुए 20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की है. इस घोटाले से जुड़े कई बेनामी खातों के अलावा फिक्स्ड डिपॉजिट, म्युचुअल फंड और इक्विटी समेत तरह-तरह के निवेश का भी पता चला है. नगर निगम के 120 करोड़ के फर्जी बिल घोटाले में यह कार्रवाई की गई.

INDORE ED SEIZED 20 CRORE
ईडी ने 20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति की जब्त (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 7, 2024, 10:29 PM IST

इंदौर। नगर निगम में हुए 120 करोड़ के फर्जी बिल घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 करोड़ 8 लाख रुपए की संपत्ति जब्त की है. दरअसल सोमवार और मंगलवार को ईडी के सर्च ऑपरेशन में टीम ने शहर की अलग-अलग 20 लोकेशन पर सर्च अभियान चलाया था. जिसमें टीम को इस घोटाले से जुड़े कई बेनामी खातों के अलावा फिक्स्ड डिपॉजिट, म्युचुअल फंड और इक्विटी समेत तरह-तरह के निवेश का भी पता चला है.

20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त

प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने इंदौर नगर निगम के फर्जी बिल घोटाले में कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में नकद राशि भी बरामद की है. 2 दिन चली कार्रवाई के बाद ईडी ने सोशल मीडिया पर इस मामले में की गई कार्रवाई को सार्वजनिक किया है. दरअसल प्रवर्तन निदेशालय ने नगर निगम के फर्जी बिल घोटाले में 20 अलग-अलग स्थान पर सर्च अभियान चलाया था. जिसमें नगर निगम के ऑडिट और लेखा विभाग से संबंधित कर्मचारियों के घर एवं उनके अलग-अलग ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया. बीते 2 दिनों में इस अभियान के तहत टीम ने अशोक कॉलोनी, सकीना अपार्टमेंट, मदीना नगर, आशीष नगर, सुखदेव नगर, सुखलिया, अंबिकापुरी आदि ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी के बाद नगदी समेत 20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की गई है.

ये भी पढ़ें:

इंदौर नगर निगम फर्जी बिल घोटाले में 4 गिरफ्तार, सभी को खातों में हुआ करोड़ों का ट्रांसफर

इंदौर नगर निगम में करोड़ों का घोटाला! लेखा विभाग की सतर्कता से 28 करोड़ का फर्जी भुगतान रुका, 5 एजेसिंयों के खिलाफ FIR

इंदौर में एक और ड्रेनेज घोटाला, 21 करोड़ का फर्जी बिल लगाकर नगर निगम के साथ धोखाधड़ी

120 करोड़ का फर्जी बिल घोटाला हुआ था उजागर

इंदौर नगर निगम में ड्रेनेज और जल कार्य से जुड़े मामले में करीब 120 करोड़ रुपए से ज्यादा का फर्जी बिल घोटाला उजागर हुआ था. जिसमें संबंधित दोषियों के खिलाफ निलंबन के अलावा एफआईआर की कार्रवाई की गई है. इस मामले में ऑडिट और लेखा विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों के अलावा ड्रेनेज विभाग में ठेका लेने वाले ठेकेदारों की मिलीभगत उजागर हुई है, जिनके खिलाफ अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी कार्रवाई शुरू की है.

इंदौर। नगर निगम में हुए 120 करोड़ के फर्जी बिल घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 करोड़ 8 लाख रुपए की संपत्ति जब्त की है. दरअसल सोमवार और मंगलवार को ईडी के सर्च ऑपरेशन में टीम ने शहर की अलग-अलग 20 लोकेशन पर सर्च अभियान चलाया था. जिसमें टीम को इस घोटाले से जुड़े कई बेनामी खातों के अलावा फिक्स्ड डिपॉजिट, म्युचुअल फंड और इक्विटी समेत तरह-तरह के निवेश का भी पता चला है.

20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त

प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने इंदौर नगर निगम के फर्जी बिल घोटाले में कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में नकद राशि भी बरामद की है. 2 दिन चली कार्रवाई के बाद ईडी ने सोशल मीडिया पर इस मामले में की गई कार्रवाई को सार्वजनिक किया है. दरअसल प्रवर्तन निदेशालय ने नगर निगम के फर्जी बिल घोटाले में 20 अलग-अलग स्थान पर सर्च अभियान चलाया था. जिसमें नगर निगम के ऑडिट और लेखा विभाग से संबंधित कर्मचारियों के घर एवं उनके अलग-अलग ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया. बीते 2 दिनों में इस अभियान के तहत टीम ने अशोक कॉलोनी, सकीना अपार्टमेंट, मदीना नगर, आशीष नगर, सुखदेव नगर, सुखलिया, अंबिकापुरी आदि ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी के बाद नगदी समेत 20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की गई है.

ये भी पढ़ें:

इंदौर नगर निगम फर्जी बिल घोटाले में 4 गिरफ्तार, सभी को खातों में हुआ करोड़ों का ट्रांसफर

इंदौर नगर निगम में करोड़ों का घोटाला! लेखा विभाग की सतर्कता से 28 करोड़ का फर्जी भुगतान रुका, 5 एजेसिंयों के खिलाफ FIR

इंदौर में एक और ड्रेनेज घोटाला, 21 करोड़ का फर्जी बिल लगाकर नगर निगम के साथ धोखाधड़ी

120 करोड़ का फर्जी बिल घोटाला हुआ था उजागर

इंदौर नगर निगम में ड्रेनेज और जल कार्य से जुड़े मामले में करीब 120 करोड़ रुपए से ज्यादा का फर्जी बिल घोटाला उजागर हुआ था. जिसमें संबंधित दोषियों के खिलाफ निलंबन के अलावा एफआईआर की कार्रवाई की गई है. इस मामले में ऑडिट और लेखा विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों के अलावा ड्रेनेज विभाग में ठेका लेने वाले ठेकेदारों की मिलीभगत उजागर हुई है, जिनके खिलाफ अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी कार्रवाई शुरू की है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.