इंदौर। नगर निगम में हुए 120 करोड़ के फर्जी बिल घोटाले में ईडी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 20 करोड़ 8 लाख रुपए की संपत्ति जब्त की है. दरअसल सोमवार और मंगलवार को ईडी के सर्च ऑपरेशन में टीम ने शहर की अलग-अलग 20 लोकेशन पर सर्च अभियान चलाया था. जिसमें टीम को इस घोटाले से जुड़े कई बेनामी खातों के अलावा फिक्स्ड डिपॉजिट, म्युचुअल फंड और इक्विटी समेत तरह-तरह के निवेश का भी पता चला है.
During the search operations, various incriminating documents, digital devices, unaccounted cash amounting to Rs. 1.25 Crore were seized and bank accounts, fixed deposits, and investments in the forms of mutual funds and equities totaling to Rs 20.8 Crore were frozen. pic.twitter.com/hV7xCwGFJQ
— ED (@dir_ed) August 7, 2024
20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने इंदौर नगर निगम के फर्जी बिल घोटाले में कार्रवाई के दौरान बड़ी मात्रा में नकद राशि भी बरामद की है. 2 दिन चली कार्रवाई के बाद ईडी ने सोशल मीडिया पर इस मामले में की गई कार्रवाई को सार्वजनिक किया है. दरअसल प्रवर्तन निदेशालय ने नगर निगम के फर्जी बिल घोटाले में 20 अलग-अलग स्थान पर सर्च अभियान चलाया था. जिसमें नगर निगम के ऑडिट और लेखा विभाग से संबंधित कर्मचारियों के घर एवं उनके अलग-अलग ठिकानों पर सर्च अभियान चलाया. बीते 2 दिनों में इस अभियान के तहत टीम ने अशोक कॉलोनी, सकीना अपार्टमेंट, मदीना नगर, आशीष नगर, सुखदेव नगर, सुखलिया, अंबिकापुरी आदि ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी के बाद नगदी समेत 20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति जब्त की गई है.
ये भी पढ़ें: इंदौर नगर निगम फर्जी बिल घोटाले में 4 गिरफ्तार, सभी को खातों में हुआ करोड़ों का ट्रांसफर इंदौर में एक और ड्रेनेज घोटाला, 21 करोड़ का फर्जी बिल लगाकर नगर निगम के साथ धोखाधड़ी |
120 करोड़ का फर्जी बिल घोटाला हुआ था उजागर
इंदौर नगर निगम में ड्रेनेज और जल कार्य से जुड़े मामले में करीब 120 करोड़ रुपए से ज्यादा का फर्जी बिल घोटाला उजागर हुआ था. जिसमें संबंधित दोषियों के खिलाफ निलंबन के अलावा एफआईआर की कार्रवाई की गई है. इस मामले में ऑडिट और लेखा विभाग के कर्मचारियों, अधिकारियों के अलावा ड्रेनेज विभाग में ठेका लेने वाले ठेकेदारों की मिलीभगत उजागर हुई है, जिनके खिलाफ अब प्रवर्तन निदेशालय ने भी कार्रवाई शुरू की है.