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मध्य प्रदेश में ड्रोन उड़ा खेती करेंगी दीदी, इंदौर में 40 महिलाएं सज धज कर तैयार

Indore Drones Didi: केंद्र सरकार ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में 'नमो ड्रोन दीदी योजना' शुरु की है. अब मध्य प्रदेश में भी महिलाएं खेती किसानी के लिए ड्रोन उड़ा सकेंगी. इंदौर में बकायदा स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 40 महिलाओं को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी गई.

Indore Drones Didi
40 महिलाओं को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 25, 2024, 9:25 AM IST

Updated : Jan 25, 2024, 9:40 AM IST

इंदौर। मध्य प्रदेश की महिलाएं अब खेती किसानी के लिए ड्रोन भी उड़ा सकेंगी, इसकी शुरुआत इंदौर से हुई है. जहां राज्य के विभिन्न जिलों की 40 महिलाओं को कृषि के क्षेत्र में ड्रोन उड़ने की ट्रेनिंग के साथ उन्हें ड्रोन पायलट के रूप में ट्रेंड किया गया है. दरअसल यह पहला मौका है जब राज्य में स्व सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को बाकायदा ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी गई हो. लिहाजा अब यह महिलाएं अपने-अपने इलाकों में ड्रोन दीदी के नाम से पहचानी जाएगी. Drone Pilot Training Women In Indore

40 महिलाओं को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग

दरअसल प्रदेश के विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 40 महिलाओं के लिए प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च द्वारा स्थापित स्टार्टअप सोरिंग एयरोटेक लिमिटेड द्वारा ड्रोन प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है. जहां विशेषज्ञ ड्रोन प्रशिक्षकों द्वारा 5 दिवसीय ड्रोन पायलट प्रशिक्षण दिया जाता है. फिलहाल जिन 40 महिलाओं को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी गई है. उन्हें नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड द्वारा ड्रोन पायलट का सर्टिफिकेट भी दिया गया है.

गांव में करेंगी यूरिया और कीटनाशकों का छिड़काव

प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद राज्य के विभिन्न जिलों से आईं इन महिलाओं ने कहा कि ''अब वे सिर्फ दीदी नहीं बल्कि ड्रोन दीदी हैं, जो अब अपने गांवों में जाकर ड्रोन से खेतों में यूरिया और कीटनाशकों का छिड़काव करेंगी और अपने समूह की आजीविका बढ़ाएंगी.'' गौरतलब है केंद्र सरकार की योजना 'नमो ड्रोन दीदी योजना' के तहत नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड के जोनल कार्यालय द्वारा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस दौरान सोरिंग एयरोटेक लिमिटेड के निदेशक हिमांशु जैन ने बताया कि ''सोरिंग एयरोटेक प्रा. एक डीजीसीए द्वारा अनुमोदित ड्रोन प्रशिक्षण संस्थान है और प्रेस्टीज इंजीनियरिंग कॉलेज का एक स्टार्टअप है.'' Namo Drone Didi Scheme

कमाई का जरिया कृषि-ड्रोन

हिमांशु जैन ने कहा कि ''कंपनी एग्री-ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण देती है और प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है. इन प्रमाणपत्रों को प्राप्त करने के बाद, वे कृषि उद्देश्यों के लिए इन कृषि-ड्रोन को उड़ा सकते हैं और उनसे पैसा कमा सकते हैं." उन्होंने कहा कि ''देश या राज्य में कोई भी सरकारी या निजी उद्यम लक्षित समूहों और व्यक्तियों को ड्रोन पायलटिंग प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अपनी कंपनी की सेवाओं का उपयोग कर सकता है. इसके अलावा, 18 से 60 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति व्यक्तिगत और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए ड्रोन प्रशिक्षण ले सकता है.''

इंदौर। मध्य प्रदेश की महिलाएं अब खेती किसानी के लिए ड्रोन भी उड़ा सकेंगी, इसकी शुरुआत इंदौर से हुई है. जहां राज्य के विभिन्न जिलों की 40 महिलाओं को कृषि के क्षेत्र में ड्रोन उड़ने की ट्रेनिंग के साथ उन्हें ड्रोन पायलट के रूप में ट्रेंड किया गया है. दरअसल यह पहला मौका है जब राज्य में स्व सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को बाकायदा ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी गई हो. लिहाजा अब यह महिलाएं अपने-अपने इलाकों में ड्रोन दीदी के नाम से पहचानी जाएगी. Drone Pilot Training Women In Indore

40 महिलाओं को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग

दरअसल प्रदेश के विभिन्न जिलों के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 40 महिलाओं के लिए प्रेस्टीज इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग मैनेजमेंट एंड रिसर्च द्वारा स्थापित स्टार्टअप सोरिंग एयरोटेक लिमिटेड द्वारा ड्रोन प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है. जहां विशेषज्ञ ड्रोन प्रशिक्षकों द्वारा 5 दिवसीय ड्रोन पायलट प्रशिक्षण दिया जाता है. फिलहाल जिन 40 महिलाओं को ड्रोन पायलट की ट्रेनिंग दी गई है. उन्हें नेशनल फर्टिलाइजर लिमिटेड द्वारा ड्रोन पायलट का सर्टिफिकेट भी दिया गया है.

गांव में करेंगी यूरिया और कीटनाशकों का छिड़काव

प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद राज्य के विभिन्न जिलों से आईं इन महिलाओं ने कहा कि ''अब वे सिर्फ दीदी नहीं बल्कि ड्रोन दीदी हैं, जो अब अपने गांवों में जाकर ड्रोन से खेतों में यूरिया और कीटनाशकों का छिड़काव करेंगी और अपने समूह की आजीविका बढ़ाएंगी.'' गौरतलब है केंद्र सरकार की योजना 'नमो ड्रोन दीदी योजना' के तहत नेशनल फर्टिलाइजर्स लिमिटेड के जोनल कार्यालय द्वारा यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया था. इस दौरान सोरिंग एयरोटेक लिमिटेड के निदेशक हिमांशु जैन ने बताया कि ''सोरिंग एयरोटेक प्रा. एक डीजीसीए द्वारा अनुमोदित ड्रोन प्रशिक्षण संस्थान है और प्रेस्टीज इंजीनियरिंग कॉलेज का एक स्टार्टअप है.'' Namo Drone Didi Scheme

कमाई का जरिया कृषि-ड्रोन

हिमांशु जैन ने कहा कि ''कंपनी एग्री-ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण देती है और प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया जाता है. इन प्रमाणपत्रों को प्राप्त करने के बाद, वे कृषि उद्देश्यों के लिए इन कृषि-ड्रोन को उड़ा सकते हैं और उनसे पैसा कमा सकते हैं." उन्होंने कहा कि ''देश या राज्य में कोई भी सरकारी या निजी उद्यम लक्षित समूहों और व्यक्तियों को ड्रोन पायलटिंग प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए अपनी कंपनी की सेवाओं का उपयोग कर सकता है. इसके अलावा, 18 से 60 वर्ष की आयु का कोई भी व्यक्ति व्यक्तिगत और व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए ड्रोन प्रशिक्षण ले सकता है.''

Last Updated : Jan 25, 2024, 9:40 AM IST
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