इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में वन विभाग में डीएफओ के पद पर पदस्थ एक अधिकारी ने अपने ही बंगले पर आत्महत्या कर ली. डीएफओ की पत्नी ने शव देखकर पुलिस को मामले की जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. बताया जा रहा है कि डीएफओ महेंद्र सोलंकी जुलाई में रिटायर होने वाले थे. फिलहाल पुलिस आत्महत्या के कारणों का पता लगा रही है.
इंदौर डीएफओ ने की आत्महत्या
मामला इंदौर के पलासिया थाना क्षेत्र का है. पलासिया थाना क्षेत्र के वन विभाग की नवरत्न बाग कॉलोनी में रहने वाले डीएफओ महेंद्र सिंह सोलंकी ने अपने ही घर में आत्महत्या कर ली है. बताया जा रहा है की घटना के समय उनकी पत्नी और बच्चे किसी काम से घर के बाहर गए हुए थे. डीएफओ भी रोजाना की तरह ऑफिस का काम खत्म करने के बाद अपने घर पर आए. इसी दौरान उन्होंने अपने कमरे में जाकर खुदकुशी कर ली. जब पत्नी घर लौटी तो कमरे में जाकर देखा, तो वह मृत अवस्था में पड़े मिले.
जुलाई में रिटायर्ड होने वाले थे DFO
यह नजारा देख पत्नी के होश उड़ गए. इसके बाद उन्होंने पलासिया पुलिस को जानकारी दी. पलासिया पुलिस के साथ ही एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा मौके पर पहुंचे. बॉडी को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचाया गया है. बताया जा रहा है कि डीएफओ महेंद्र सिंह सोलंकी तकरीबन डेढ़ साल से इंदौर में पदस्थ थे. अगले साल जुलाई में वह रिटायर्ड होने वाले थे. साथ ही उनकी पत्नी शिक्षक थी. खंडवा खरगोन में पढ़ाती थीं.
शुरुआती जांच में पारिवारिक विवाद बताई जा रही वजह
अभी पिछले दिनों ही वह रिटायर्ड होने के बाद पति महेंद्र सिंह सोलंकी के साथ उनके ही बंगले में रहने आई थी. वहीं प्रारंभिक जांच पड़ताल में यह बात आ रही है कि डीएफओ ने दोपहर 12 बजे से किसी का फोन नहीं उठाया था. साथ ही शुक्रवार को ऑफिस में एक जरूरी मीटिंग भी थी, लेकिन स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए वह घर पर ही मौजूद रहे. पुलिस ने प्रारंभिक तौर पर उनके दोनों मोबाइल को जब्त कर लिया है.
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बताया जा रहा है कि उनके परिवार में दो बेटियां हैं. एक ने एमबीएस किया है तो दूसरी अभी पढ़ाई कर रही है. हालांकि डीएफओ ने आत्महत्या से पहले कोई नोट नहीं छोड़ा है. ना ही परिजन पुलिस को किसी तरह की कोई जानकारी दे रहे है. फिलहाल पुलिस मृतक के मोबाइल फोन सहित अलग-अलग तरह से जांच पड़ताल करने में जुटी हुई है.