इंदौर। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर की परीक्षा में लगातार दो पेपर आउट होने का मामला तूल पकड़ लिया है. यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर दबाव बढ़ने पर अब इस मामले की जांच रिटायर्ड जज की अध्यक्षता वाली कमेटी करेगी. बता दें कि एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर के क्वांटिटेटिव टेक्निक का पेपर सोमवार को और फिर मंगलवार को अकाउंट्स का पेपर लीक हुआ था. दोनों पेपर निरस्त कर दिए गए हैं.
रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में होगी जांच
25 मई को एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर का क्वांटिटेटिव टेक्निक और 28 मई को अकाउंट्स का प्रश्नपत्र आउट हुआ. इसे लेकर डीएवीवी ने बड़ा निर्णय लेते हुए दोनों प्रश्न पत्रों को निरस्त कर दिया है. इसके अलावा डीएवीवी ने रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच कमेटी बनाने का निर्णय लिया है जो पेपर लीक मामले की जांच करेगी. डीएवीवी ने यह भी निर्णय लिया है कि जांच कमेटी सभी बिंदुओं को लेकर जांच आगे बढ़ाएगी. इसमें सोशल मीडिया पर वायरल हुए पेपर से लेकर डीएवीवी के गोपनीय विभाग के अधिकारियों पर लगे आरोपों की भी जांच की जाएगी. कुलपति प्रो रेणु जैन ने कहा कि डीएवीवी द्वारा क्राइम ब्रांच में भी पेपर लीक मामले की शिकायत दर्ज कराई जाएगी.
ये भी पढ़ें: |
दो पेपर लीक होने पर एबीवीपी ने किया था हंगामा
एमबीए फर्स्ट सेमेस्टर के क्वांटिटेटिव टेक्निक और अकाउंट्स के पेपर लीक होने के बाद छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने पिछले दिनों लगातार दो दिन डीएवीवी में विरोध प्रदर्शन किया था. प्रदर्शन के अलावा संगठन ने गोपनीय विभाग के अधिकारियों के साथ पूरे मामले की भी जांच की मांग की थी.