इंदौर। इंदौर का देवी अहिल्या विश्वविद्यालय प्रदेश के अग्रणी विश्वविद्यालय में शामिल है. ये मध्यप्रदेश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय है, जिसे ए प्लस ग्रेड प्राप्त हुआ. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के खाते में कई उपलब्धियां हैं. वहीं अब विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ.रेणू जैन का नेक यानि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद में सदस्य बनाया गया है. ये बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है.
यूजीसी ने सदस्य के रूप में किया नामित
देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के लिए गुरुवार का दिन एक बड़ी उपलब्धि के रूप में रहा. विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. रेणु जैन को NACC की कार्यकारी समिति का सदस्य बनाया गया है. उन्हें यूजीसी ने सदस्य के रूप में नामित किया गया है. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में उनके चयन से हर्ष की लहर है. राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद उच्च शिक्षा एवं अन्य शिक्षण संस्थाओं का आकलन व प्रत्ययान का काम करता है और उन्हें नियम व्यवस्थाओं के आधार पर ग्रेड प्रदान करने का कार्य करता है.
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देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को ए प्लस ग्रेड
वर्तमान में NACC द्वारा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय को ए प्लस ग्रेड प्रदान किया गया है. कुलपति रेणु जैन के अनुभव को देखते हुए कार्यकारी समिति में सदस्य बनाया गया है. देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के लिए ये बड़ी उपलब्धि है. साथ ही इसे इंदौर शिक्षा जगत के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. कुलपति डॉ. रेणु जैन को नेक कार्यकारी समिति का सदस्य बनाए जाने पर शहर के शिक्षाविदों ने उन्हें बधाई दी है. इससे इंदौर की शान बढ़ी है.