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चार गुना प्रॉफिट के नाम पर इंदौर में करोड़ों की ठगी, व्यापारी को शेयर ट्रेडिंग के नाम पर लूटा - Indore Share trading cyber fraud

मध्य प्रदेश के इंदौर से करोड़ो के साइबर फ्रॉड का एक और मामला सामने आया है, जहां निवेश के नाम पर एक व्यापारी को करोड़ों की चपत लगा दी गई. इंदौर क्राइम ब्रांच ने इस मामले में कई आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है, जिनमें से एक अकाउंटेंट भी है.

INDORE SHARE TRADING CYBER FRAUD
चार गुना प्रॉफिट के नाम पर इंदौर में करोड़ों की ठगी (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Sep 12, 2024, 10:20 PM IST

इंदौर : क्राइम ब्रांच इंदौर ने एक कारोबारी की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों व एक अकाउंटेंट के खिलाफ चार करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. फरियादी ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे एक ऑनलाइन एप के माध्यम से शेयर बाजार में निवेश करने का ऑफर दिया गया था. उसे एक वॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था, जिसमें कई लोगों को जमकर प्रॉफिट हो रहा था, ये देख व्यापारी भी आरोपियों के झांसे में आ गया.

मामले की जानकारी देते एडिशनल डीसीपी (Etv Bharat)

कम रकम पर भारी प्रॉफिट दिखाकर फंसाया

शुरुआत में व्यापारी ने छोटे-छोटे निवेश करे जिसमें उसे कई गुना ज्यादा मुनाफा दिखाकर फंसाया गया. इसके बाद व्यापारी ने कथित तौर पर एप के जरिए 4 करोड़ 85 लाख रु की राशि जमा कराई लेकिन जब प्रॉफिट निकालने की बात आई तो एप से पैसे विड्रॉ ही नहीं हुए. फरियादी ने इंदौर पुलिस को बताया कि उसे सबसे पहले एम स्टॉक इन्वेस्टमेंट नाम के वॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां से ठगी का पूरा खेल शुरू हुआ.

एप से हुआ जालसाजी का पूरा खेल

फरियादी ने इंदौर पुलिस को बताया कि उसने बताए गए एप पर अपना आधार और पैन कार्ड डालकर अकाउंट बनाया था. इसके बाद उसने 10 हजार रु डाले जो कई गुना हो गए. इससे उसे एप पर विश्वास हो गया और उसने मुनाफा कमाने पहले 3 करोड़ 60 लाख रु और बाद में 1 करोड़ 25 लाख रु अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिए. जब फरियादी ने मुनाफा निकालने की कोशिश की, तो एप और एडमिन दोनों से संपर्क टूट गया. फरियादी की शिकायत पर क्राइम ब्रांच की साइबर टीम ने जांच शुरू की और कुछ संदिग्धों की पहचान कर ली है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

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इंदौर दुष्कर्म मामले पर सीएम मोहन यादव का बयान, कहा- आरोपी हुए गिरफ्तार, राहुल गांधी पर साधा निशाना

पुलिस के रडार पर साइबर ठग

इस मामले को लेकर इंदौर के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडौतिया ने कहा, '' फरियादी ने एक वॉट्सएप ग्रुप के माध्यम से एक ऑनलाइन ट्रेडिंग एप डाउनलोड किया था. उसे जिस ग्रुप में जोड़ा गया, उसमें शेयर ट्रेडिंग के माध्यम से पैसे कई गुना करने का लालच दिया गया. फरियादी ने बातों में आकर शेयर ट्रेडिंग की एप डाउनलोड की और उसमें पैसे लगाए, लेकिन जब विथड्रॉ नहीं हुआ तो उसे समझ आ गया कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. फरियादी की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपियों की खोज क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है.''

इंदौर : क्राइम ब्रांच इंदौर ने एक कारोबारी की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों व एक अकाउंटेंट के खिलाफ चार करोड़ रुपए से अधिक की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. फरियादी ने क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे एक ऑनलाइन एप के माध्यम से शेयर बाजार में निवेश करने का ऑफर दिया गया था. उसे एक वॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया था, जिसमें कई लोगों को जमकर प्रॉफिट हो रहा था, ये देख व्यापारी भी आरोपियों के झांसे में आ गया.

मामले की जानकारी देते एडिशनल डीसीपी (Etv Bharat)

कम रकम पर भारी प्रॉफिट दिखाकर फंसाया

शुरुआत में व्यापारी ने छोटे-छोटे निवेश करे जिसमें उसे कई गुना ज्यादा मुनाफा दिखाकर फंसाया गया. इसके बाद व्यापारी ने कथित तौर पर एप के जरिए 4 करोड़ 85 लाख रु की राशि जमा कराई लेकिन जब प्रॉफिट निकालने की बात आई तो एप से पैसे विड्रॉ ही नहीं हुए. फरियादी ने इंदौर पुलिस को बताया कि उसे सबसे पहले एम स्टॉक इन्वेस्टमेंट नाम के वॉट्सएप ग्रुप में जोड़ा गया, जहां से ठगी का पूरा खेल शुरू हुआ.

एप से हुआ जालसाजी का पूरा खेल

फरियादी ने इंदौर पुलिस को बताया कि उसने बताए गए एप पर अपना आधार और पैन कार्ड डालकर अकाउंट बनाया था. इसके बाद उसने 10 हजार रु डाले जो कई गुना हो गए. इससे उसे एप पर विश्वास हो गया और उसने मुनाफा कमाने पहले 3 करोड़ 60 लाख रु और बाद में 1 करोड़ 25 लाख रु अन्य खाते में ट्रांसफर कर दिए. जब फरियादी ने मुनाफा निकालने की कोशिश की, तो एप और एडमिन दोनों से संपर्क टूट गया. फरियादी की शिकायत पर क्राइम ब्रांच की साइबर टीम ने जांच शुरू की और कुछ संदिग्धों की पहचान कर ली है, जिन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा.

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पुलिस के रडार पर साइबर ठग

इस मामले को लेकर इंदौर के एडिशनल डीसीपी राजेश दंडौतिया ने कहा, '' फरियादी ने एक वॉट्सएप ग्रुप के माध्यम से एक ऑनलाइन ट्रेडिंग एप डाउनलोड किया था. उसे जिस ग्रुप में जोड़ा गया, उसमें शेयर ट्रेडिंग के माध्यम से पैसे कई गुना करने का लालच दिया गया. फरियादी ने बातों में आकर शेयर ट्रेडिंग की एप डाउनलोड की और उसमें पैसे लगाए, लेकिन जब विथड्रॉ नहीं हुआ तो उसे समझ आ गया कि उसके साथ धोखाधड़ी हुई है. फरियादी की शिकायत पर मामला दर्ज कर आरोपियों की खोज क्राइम ब्रांच द्वारा की जा रही है.''

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