इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर में साइबर ठगी की वारदातें धीरे-धीरे बढ़ती जा रही हैं. इसी कड़ी में ठग अब पीएम आवास योजना और पीएम किसान सम्मान निधि योजना के नाम पर भी ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. इसी तरह के 7 मामले सामने आए हैं. इंदौर क्राइम ब्रांच ने इन मामलों को लेकर प्रकरण दर्ज कर लिया है. साथ ही आमजनों के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की गई है.
इस तरह की जाती है लोगों से ठगी
इंदौर में प्रधानमंत्री आवास योजना और पीएम किसान सम्मान निधि योजना के नाम पर लोगों से साइबर फ्रॉड होने की काफी शिकायतें सामने आ रही हैं. हाल ही में 7 लोगों के साथ इन योजनाओं के नाम पर लाखों रुपए की ठगी की गई है. पीड़ितों ने इसकी शिकायत क्राइम ब्रांच में की है. इस मामले को लेकर एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि ''क्राइम ब्रांच के द्वारा संचालित साइबर सेल के पास हाल ही में ऐसी 7 शिकायतें आई हैं. जहां व्हाट्सएप ग्रुप पर एक लिंक के जरिए पीएम आवास योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लेने की जानकारी वाले मैसेज चल रहे हैं. इसमें एक एपीके फाइल भी होती है. यह एक स्क्रीन शेयरिंग ऐप की फाइल होती है.''
बहाने से मांगी जाती है बैंक खाते की जानकारी
राजेश दंडोतिया ने आगे बताया कि ''इस लिंक पर क्लिक करने पर एक फार्म खुलता है, जिसमें नाम, पता, मोबाइल नंबर, बैंक खाते की जानकारी मांगी जाती है. इसके बाद किसी नंबर से फोन कर बताया जाता है कि आपने पीएम योजना के लिए अप्लाई किया है. आपके खाते में योजना का पैसा आ गया है. पीड़ित द्वारा मना करने पर खाता चेक करने के बहाने यूपीआई एप को खुलवाया जाता है, फिर इस तरह से खाते से ऑनलाइन ट्रांजैक्शन के जरिए पैसे ट्रांसफर कर लिए जाते हैं.''
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इंदौर क्राइम ब्रांच ने जारी की एडवाइजरी
फिलहाल पूरे ही मामले में इंदौर क्राइम ब्रांच ने प्रकरण दर्ज कर एडवाइजरी भी जारी की है. आपको बता दें कि समय-समय पर इंदौर क्राइम ब्रांच पुलिस एडवाइजरी जारी कर जनता से जागरूक रहने की अपील करती है, लेकिन सायबर ठग अलग अलग तरह से रोजाना सैकड़ों लोगों को निशाना बनाकर ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. वही, अब पुलिस इस पूरे मामले में कब तक आरोपियों तक पहुंच पाती है, यह देखने लायक रहेगा.