इंदौर: मध्य प्रदेश में कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी फंड (CSR) के जरिए आईटीआई के बच्चों को ट्रेनिंग के लिए तैयार किया जा रहा है. इसके जरिए कई कंपनियां नौकरी ऑफर करने से पहले बच्चों को ट्रेनिंग दे रही हैं. कंपनियों में बेहतर वर्कफोर्स तैनात करने के लिए आईटीआई जैसे प्रशिक्षण केन्द्र के साथ समझौता किया जा रहा है. जिससे ट्रेनिंग के बाद बच्चों को उन्हीं कंपनियों में नौकरी भी दी जा सके. इसके लिए कई कंपनिया ट्रेनिंग मशीन भी उपलब्ध करा रही है और उसके साथ ट्रेनर भी दे रही है.
कंपनिया ट्रेनिंग के लिए उपकरण और ट्रेनर दे रही हैं
मध्य प्रदेश में केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से आईटीआई और अन्य औद्योगिक प्रशिक्षण केन्द्रों के छात्रों को मुफ्त ट्रेनिंग दी जा रही है. इसमें ज्यादा से ज्यादा युवाओं को विभिन्न ट्रेंड में ट्रेनिंग के लिए विकसित किया जा रहा है. अब विभिन्न कॉर्पोरेट कंपनियां अपनी जरूरत के मुताबिक आवेदकों को ट्रेनिंग ऑफर कर रही हैं. इसके लिए कंपनियां आईटीआई के साथ एमओयू कर रही हैं. इंदौर स्थित संभागीय आईटीआई के प्लेसमेंट एडवाइजर विपिन पुरोहित ने बताया कि, "कॉर्पोरेट कंपनियां अब ट्रेनिंग के साथ आईटीआई में पढ़ने वाले छात्रों को मशीन भी प्रदान कर रही है."
ट्रेनिंग के बाद जॉब ऑफर करती हैं कंपनिया
उन्होंने बताया कि, "उन मशीनों से ट्रेनिंग के लिए कंपनियां अपनी ओर से ट्रेनर भी भेजती है. खास बात यह है कि आईटीआई जैसे शासकीय संस्थाओं को यह मशीन निशुल्क उपलब्ध हो सके, इसके लिए सीएसआर फंड के जरिए इस तरह की सौगात दी जा रही है. इन मशीनों से ट्रेनिंग के बाद संबंधित कंपनियां प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित कर कुशल छात्रों को अपने यहां नौकरी भी दे रही है." विपिन पुरोहित ने बताया कि, "इसी वजह से इंदौर स्थित नंदा आईटीआई में विभिन्न ट्रेड में कोर्स करने वाले छात्रों को शत प्रतिशत रोजगार ऑफर होता है."
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युवाओं को उनकी योग्यता के अनुसार मिल रही नौकरी
इसके अलावा उन्होंने बताया कि, "कई मल्टीनेशनल कंपनियां अब ट्रेनिंग के बाद सीधे प्लेसमेंट ड्राइव से विभिन्न देशों में जॉब ऑफर कर रही हैं. यह पहल रोजगार की दिशा में सुखद संकेत है. वहीं आवेदकों को भी ट्रेनिंग के लिए अलग से कुछ नहीं खर्च करना पड़ता और ट्रेनिंग के बाद उन्हें रोजगार के रूप में सीधा लाभ मिलता है. इसी तरह अन्य आईटीआई में भी शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के उन युवाओं को योग्यता के अनुसार जॉब मिल पा रही है, जो आईटीआई की अलग-अलग ट्रेंड में ट्रेनिंग कर चुके हैं."