इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में लोकसभा चुनाव को लेकर बड़े उलटफेर के बाद कांग्रेस महिला मोर्चा ने अक्षय कांति बम के घर के नजदीक विरोध प्रदर्शन करते हुए उनका पुतला दहन किया. वहीं, नामांकन वापस लेने के बाद पहली बार मीडिया के सामने आए अक्षय कांति बम ने मीडिया को देखकर चुप्पी साध ली. दरअसल, अक्षय कांति बम जो कांग्रेस की ओर से इंदौर के लोकसभा प्रत्याशी थे, वह कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गी और विधायक रमेश मेंदोला के साथ कलेक्टर कार्यालय पर पहुंचे और नामांकन वापस लेने का आवेदन प्रस्तुत किया. उसी के बाद से शहर में हड़कंप का माहौल देखने को मिला.
अक्षय कांति बम का फूंका पुतला
कांग्रेस जहां एक और बौखलाई हुई है तो वहीं दूसरी ओर भाजपा के तमाम वरिष्ठ नेता लगातार अक्षय कांति बम के नजदीक नजर आ रहे हैं. इसी के साथ शहर में अन्य आठ प्रत्याशियों ने भी अपना नामांकन वह वापस ले लिया है. अक्षय कांति बम द्वारा नामांकन वापस लेने के बाद कांग्रेस महिला मोर्चा ने उनके घर के नजदीक उनका पुतला दहन कर ऊपर नकली नोटों का हार पहनाया और चूड़ियां भेंट की. साथ ही अक्षय कांति बम से मुलाकात करने की मांग की गई, लेकिन सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें अंदर प्रवेश करने नहीं दिया.
अक्षय कांति ने मीडिया से बनाई दूरी
वहीं, नामांकन वापस लेने के बाद पहली बार अक्षय कांति बम अपने घर के बाहर मीडिया के सामने आए. इस दौरान उनके साथ भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट सहित भाजपा के कई अन्य नेता मौजूद थे. लेकिन अक्षय कांति बम ने इस दौरान मीडिया से दूरी बना रखी और पूरे मामले में चुप्पी साध ली. कैलाश विजयवर्गीय, तुलसी सिलावट और महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि शाम को मुख्यमंत्री की उपस्थिति में पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा.