इंदौर : इस मामले को लेकर इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा, '' प्रवर्तन निदेशालय में अटैच प्रॉपर्टीज पर कब्जे के इस मामले में आरोपियों द्वारा फायरिंग की गई थी. राजस्व अमला कोर्ट के आदेश पर जमीन पर से कब्जा हटाने के लिए गया था लेकिन इसी दौरान वहां पर मौजूद आरोपियों ने राजस्व अमले के सामने फायरिंग की घटना को अंजाम दिया. इस मामले में आरोपियों के कब्जे वाली जमीन पर कार्रवाई की गई है और अन्य कब्जे वाली जमीनों पर भी एक्शन होगा साथ ही एनएसए की कार्रवाई भी की जाएगी.''
क्या है पूरा मामला?
इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें आरोपी ने राजस्व अमले में तहसीलदार और पटवारी के सामने बंदूक से फायर किया था. घटना के बाद पुलिस तीन आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है. पुलिस ने जांच की तो पाया कि मामले में जिन लोगों ने राजस्व अमले पर फायरिंग की, उन्हें मुख्य आरोपी सुरेश पटेल उर्फ नेताजी ने अपनी सुरक्षा में रथा तो और वे भिंड के रहने वाले हैं. गौरतलब है कि अरविंदो हॉस्पिटल के मालिक विनोद भंडारी की जमीन पर आरोपियों द्वारा अवैध कब्जा किया हुआ था. इसी कब्जे को हटाने के लिए राजस्व का अमला मौके पर पहुंचा था.
आरोपियों की कुंडली खंगाल रही पुलिस
इस मामले में जिला प्रशासन को पता चला है कि मुख्य आरोपी की एक टायर की दुकान है. इसके अलावा परिसर के अंदर एक भव्य कोठी भी बनी हुई है, जो अवैध है. इंदौर कलेक्टर के आदेश पर इस मामले में नोटिस भी जारी हुए हैं. नोटिस जारी करने के साथ ही यह पता लगाया जा रहा है कि आरोपियों से जुड़ी उस क्षेत्र में कितनी और ऐसी अवैध प्रॉपर्टी हैं, जिनके बाद सभी पर प्रशासन का बुलडोजर चलेगा.