इंदौर। इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों हत्याकांड का मामला सामने आया था. इस पूरे मामले में पुलिस ने जांच पड़ताल करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. वहीं, तीसरा आरोपी फरार चल रहा है जिसे पुलिस ने जल्द ही गिरफ्तार करने की बात कही है. मामला पैसे के बंटवारे को लेकर बताया जा रहा है. जिन लोगों की हत्या हुई थी वे मजदूरी का काम करते थे और अपनी पूरी मजदूरी मांगने पर उनकी हत्या कर दी गई थी.
खेतों में पाए गए थे दो शव
इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र में नेमावार ब्रिज के किनारे खेतों से 3 मई को पुलिस ने दो निर्वस्त्र शव बरामद किए थे. पुलिस ने शव को कब्जा में लेकर जांच की तो शव की पहचान हरिराम कड़ोले और सुरेश गोखले के रूप में हुई. दोनो राजमिस्त्री का काम करते थे. परिवार वालों ने बताया कि पैसों को लेकर कुछ विवाद उनके साथ चल रहा था. उनके मजदूरी के हिसाब से उनको पूरा पैस नहीं मिल रहा था और पूरा पैसा मांगने पर विवाद किया जा रहा था.
पुलिस ने खंगाले 100 सीसीटीवी
पुलिस ने घटना की जानकारी के लिए मृतकों के घर के आस-पास का सीसीटीवी खंगालना शुरू किया. इस दौरान पुलिस ने करीब 100 से अधिक सीसीटीवी को खंगाला, जिसमें घटना के कुछ घंटों पहले कुछ लोग उनके घर की ओर आते दिखे. सीसीटीवी के आधार पर ही पुलिस ने दीपक और अमन नाम के आरोपियों को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की. पूछताछ में पता चला कि पैसों की लेनदेन का विवाद था, जिसके कारण उन्होंने अपने तीसरे साथी गोविंद के साथ मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है.
तीसरा आरोपी फरार
इंदौर डीसीपी विनोद मीना ने बताया कि "मृतक और आरोपी सभी मजदूरी का काम करते थे. आरोपी का ठेकेदार के साथ कांटैक्ट था, वो ठेकेदार को काम के लिए मजदूर लाकर देता था. ठेकेदार भी मजदूरों के पैसे इन्हें ही दे देता था. लेकिन आरोपियों ने लोगों को मजदूरी के हिसाब से कम पैसे दिए थे, जिसको लेकर विवाद हुआ था और घटना को अंजाम दिया गया. इस मामले में दो लोगों की गिरफ्तारी की गई है जबकि तीसरे आरोपी गोविंद की तलाश की जा रही है." बताया जा रहा कि महज दो से ढाई हजार रुपयों के लिए इस हत्याकांड की घटना को अंजाम दिया गया.