कानपुर: नेपाल की राजधानी काठमांडू में हो रहे भारत-नेपाल उच्च शिक्षा शिखर सम्मेलन में सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने विश्वविद्यालयों की भूमिका के बारे में विस्तार से चर्चा की. सम्मेलन में प्रोफेसर पाठक ने कहा, अंतरराष्ट्रीयकरण के क्रम में विश्वविद्यालय की तरफ से भी अंतरराष्ट्रीय मेधावी छात्रों के लिए हर संभव बेहतर शैक्षिक सुविधाएं, वातावरण प्रदान किया जाएगा. साथ ही शैक्षिक, सांस्कृतिक एवं अनुसंधान के प्रगाढ़ सम्बन्धों के साथ सीएसजेएमयू नेपाल के साथ उच्च शिक्षा के नए आयाम स्थापित करने की दिशा में अब काम करेगा. भारत की नई शिक्षा नीति के तहत अनेक पाठ्यक्रमों में नेपाल के छात्र-छात्राएं शिक्षित होकर रोजगार के नए अवसर प्राप्त कर सकते हैं.
नेपाल की काठमांडू यूनिवर्सिटी में दिनांक 15 से 17 फरवरी के दौरान यह आयोजन किया जा रहा है. इस शिखर सम्मेलन का आयोजन काठमांडू विश्वविद्यालय नेपाल और एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में किया जा रहा है. कार्यक्रम का शुभारंभ नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड, आल इंडिया यूनिवर्सिटी की महासचिव प्रो.पंकज मित्तल, सीएसजेएमयू के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक एवं कुल सचिव डॉ अनिल यादव और नेपाल के कई सांसदों की उपस्थिति में हुआ.
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नेपाल के छात्र सीएसजेएमयू में कर सकेंगे पढ़ाई: सीएसजेएमयू के कुलसचिव डॉ.अनिल यादव ने बताया कि तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन के दौरान नेपाल के सैकड़ों छात्रों ने विवि में पढ़ने की रुचि दिखाई है. ऐसा पहली बार होगा, जब नेपाल के छात्र विवि में पढ़ाई करेंगे. जिन छात्रों का प्रवेश होगा, उन्हें विवि की ओर से स्कॉलरशिप भी दी जाएगी. तीन दिनों के अंदर 300 से अधिक छात्र विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए अपना पंजीकरण करा चुके हैं.
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