भोपाल: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से उत्तरप्रदेश और बिहार जाने वाले यात्री जल्द ही प्रीमियम वंदे भारत ट्रेन में फर्राटा भरेंगे. ये ट्रेन भोपाल से लखनऊ और भोपाल से पटना तक चलाई जाएगी. भोपाल रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि, ''पहले वंदे भारत की रैक भोपाल रेल मंडल को दिसंबर 2024 तक मिलने की संभावना थी. लेकिन स्लीपर वंदे भारत के निर्माण से रैक तैयार होने में अधिक समय लग रहा है. हालांकि नार्थन रेलवे को अभी हाल में ही वंदे भारत की एक रैक दी गई है. नए रैक का निर्माण होने के बाद भोपाल रेलवे मंडल को भी दो वंदे भारत की रैक मिलेगी.''
भोपाल से पटना के लिए स्लीपर वंदे भारत
बता दें कि, भोपाल से लखनऊ के लिए 8 कोच वाली प्रीमियम वंदे भारत ट्रेन मिलने वाली है. इसमें 8 कोच होंगे. ये सभी कुर्सीयान वाले होंगे. वहीं रानी कमलापति से पटना (पाटलिपुत्र) के लिए स्लीपर कोच वाली वंदे भारत का संचालन किया जाएगा. इसमें 20 कोच होंगे. भोपाल रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि जैसे कोच अलाट होंगे, उसके बाद दोनों वंदे भारत का ट्रायल शुरु कर देंगे. अधिकारियों का कहना है कि रैक निर्माण में देरी के कारण अभी दोनों वंदे भारत के लिए यात्रियों को इंतजार करना पड़ सकता है.
अप्रैल तक पटरी में उतरेगी वंदे भारत
भोपाल रेल मंडल के अधिकारियों ने बताया कि, ''वंदे भारत ट्रेन का एक रैक बनने में करीब एक महीने का समय लगता है. भोपाल रेल मंडल को 5वां या 6वां रैक मिलेगा. ऐसे में मार्च 2025 के बाद दोनों वंदे भारत मिलने की संभवना है.'' अधिकारियों ने बताया कि, ''रैक मिलने के बाद सबसे पहले उसका ट्रायल किया जाएगा. इसे पहले पटरी में खाली दौड़ाने के बाद यात्रियों के लिए शुरु की जाएगी.''
भोपाल से होकर गुजरेगी दिल्ली-मुंबई वंदे भारत
बता दें कि, भोपाल से मुंबई के लिए भी एक वंदे भारत चलने की जानकारी मिल रही थी. हालांकि भोपाल रेल मंडल के सीनियर डीएमई आरपी खरे ने बताया कि ''भोपाल रेल मंडल से पटना और लखनऊ के लिए वंदे भारत चलेगी. जबकि दिल्ली से मुंबई जाने वाली वंदे भारत भोपाल से होकर गुजरेगी. जिससे भोपाल व इसके आसपास के लोगों के लिए दिल्ली और मुंबई जाना आसान होगा.''
अपडेट होंगी नई वंदे भारत ट्रेन
अधिकारियों ने बताया कि, ''अब जो नई वंदे भारत ट्रेन चलेंगी, वो अन्य ट्रेनों से अपडेट होंगी.'' दरअसल यात्रियों ने वंदे भारत की सीट में हार्डनेस और चार्जिंग पाइंट समेत अन्य चीजों को लेकर परेशानियां बताई थी. जिसके बाद रेलवे बोर्ड ने ट्रेन के कोच में कई बदलाव किए हैं. नई ट्रेन में सीट कवर की हार्डनेस को कम किया गया है. जिससे लंबी दूरी के यात्रियों को आराम महसूस हो. सीट के नीचे की तरफ लगे चार्जिंग प्वाइंट की पोजिशन भी बदली गई है, जिससे इसका उपयोग आसानी से किया जा सके.
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वहीं, एग्जीक्यूटिव चेयर कार के फुट रेस्ट में सुधार किया गया है. पैर के पास बोतल होल्ड था, जिसे अब सीट के बगल में लगाया गया है. सीट को आगे पीछे करने के लिए प्रेस बटन लगा था. अब बटन हटाकर एक लीवर लगा दिया गया है. चार्जिंग प्वाइंट सीट के साइड में लगाया गया है. कोच के अंदर दिव्यांग के लिए व्हील चेयर मौजूद रहेगी. वहीं, टायलेट के हैंडल में एक अतिरिक्त बैंड दिया जा रहा है, इससे पकड़ मजबूत होगी.