देहरादून: चमोली जिले के औली में भारत और कजाकिस्तान के बीच (India Kazakhstan Joint Military Exercise) संयुक्त सैन्य अभ्यास "KAZIND" 2024 किया जा रहा है. इसी बीच दोनों देशों की सेनाओं ने योग, आर्मी मार्शल आर्ट रूटीन, रॉक क्राफ्ट ट्रेनिंग और स्पेशल हेलिबॉर्न ऑपरेशन में भाग लिया है. योग सत्र में दोनों देशों के सैनिकों को शारीरिक कल्याण, मानसिक स्वास्थ्य, आध्यात्मिक संतुलन और शारीरिक लचीलेपन को बढ़ावा देने में योग के महत्व को समझाया गया है.
भारतीय सैना ने कजाकिस्तान सेना के सामने दिखाया कौशल
भारतीय सैनिकों ने कजाकिस्तान दल के सामने आर्मी मार्शल आर्ट रूटीन में अपने कौशल का प्रदर्शन किया, जिसमें हाथों-हाथ मुकाबला करने की क्षमता का प्रदर्शन किया गया. रॉक क्राफ्ट प्रशिक्षण में सैनिकों को ऊबड़-खाबड़, पहाड़ी इलाकों में कार्य करने के लिए आवश्यक कौशल से लैस किया गया, जिससे आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान कठिन वातावरण में संचालन करने की उनकी क्षमता में वृद्धि हो सके. विशेष हेलिबॉर्न ऑपरेशंस ने सैनिकों को तेजी से तैनात करने का अभ्यास कराया गया, जिसमें संचालन करने के लिए हेलीकॉप्टरों के माध्यम से दुश्मन के क्षेत्रों में भेजा जाता है.
13 अक्टूबर को खत्म होगा संयुक्त सैन्य अभ्यास
बता दें कि आतंकवाद विरोधी अभियानों पर विशेष जोर देने के साथ-साथ भारतीय और कजाकिस्तान बलों के बीच आपसी सामंजस्य बढ़ाने के उद्देश्य से भारत और कजाकिस्तान के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास 30 सितंबर 2024 को शुरू हुआ था, जिसका समापन 13 अक्टूबर को होगा. 120 सैनिकों वाली भारतीय टुकड़ी का प्रतिनिधित्व मुख्य रूप से कुमाऊं रेजिमेंट की एक बटालियन और भारतीय वायु सेना के साथ-साथ सहायक सेवाओं के कर्मियों द्वारा किया जा रहा है.
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