पटना: बिहार की राजधानी पटना में रहने वाले मनीष कुमार सामान्य इंसान की तरह दिखते हैं. दो आंखें, दो कान, दो हाथ, दो पैर. लेकिन कुछ अलग है तो वह है उनके हाथ और पैर की उंगलियां. मनीष के हाथ और पैर मिलाकर कुल 25 उंगलियां हैं. जिसमें दोनों हाथों में 7-7 उंगली यानी कुल 14 उंगली है. इसके अलावा एक पैर में छह उंगली और दूसरे पैर में पांच उंगली है. अब इसके कारण मनीष का नाम 'इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड' में शामिल होने जा रहा है.
उंगलियों के कारण हुई समस्याः मनीष लगभग 4.5 फीट के हैं. शरीर में कुल 25 उंगलियां हैं. सभी उंगलियों काफी छोटी हैं. इस अनोखी शारीरिक बनावट के कारण मनीष को काफी परेशानियों का भी सामना करना पड़ा. मनीष ने ईटीवी से बात करते हुए बताया कि इसके कारण बचपन से अब तक काफी कुछ सहता आया हूं. स्कूल में भी मजाक के पात्र बनते थे. आज भी कई लोग उनके इस शारीरिक बनावट के लिए उपहास उड़ाते हैं. उंगलियां छोटी होने के कारण उन्हें लिखने में परेशानी होती है. बहुत धीरे लिखते हैं. टाइपिंग में भी कठिनाई आती है.
बंद कर दिया था स्कूल जानाः मनीष ने बताया कि जब स्कूल में पढ़ते थे तो दोस्त बहुत चिढ़ाते थे. ताना मारते थे. एक सीमा तक मैं उनसे लड़ता रहा. लेकिन, एक समय ऐसा भी आया था जब बच्चों की चिढ़ाने के कारण वह स्कूल जाना छोड़ दिया था. स्कूल से आकर घर में खूब रोया था. कई दिनों तक वह घर में रोते रहा था और स्कूल न जाने की जिद कर रहा था. बाद में पैरंट्स ने स्कूल के प्रिंसिपल को बताया तो प्रिंसिपल घर पर आए. उन्हें काफी समझाया. फिर वह स्कूल जाना शुरू किया. जो लोग मजाक उड़ाते थे उसे बर्दाश्त करना शुरू किया.
परिवार में सब कोई है सामान्यः मनीष ने बताया कि वह दो भाई और एक बहन है. उसको छोड़कर परिवार में सभी सामान्य हैं. भाई बहनों में मनीष सबसे बड़ा है. मनीष की मां सामान्य गृहिणी हैं, जबकि इनके पिता का छोटा सा व्यवसाय है. मनीष ने बताया कि इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की है और अभी 32 वर्ष के हैं. उन्होंने सरकारी जॉब को लेकर काफी कोशिश की है लेकिन सफल नहीं हुए. इसके बाद उन्होंने टाइपिंग सीखी और अपना रोजगार शुरू किया.
वरदान और अभिशाप दोनों हैं उंगलियां: मनीष ने बताया कि कुदरत के द्वारा मिले अनोखे स्वरूप को वह अपने लिए अभिशाप के साथ ही वरदान भी मानते हैं. वह कहते हैं कि जब स्कूल में पढ़ता था तो सब ताने मारते थे. लेकिन उनके काफी दोस्त भी बन गए थे जो आज भी दोस्त हैं. जब बड़े हुए तो वही उंगलियां उनकी पहचान बन गईं. लोगों के बीच में उंगलियों की ही चर्चा होती है. इसी के कारण उनके मोहल्ले में काफी लोग भी पहचानते हैं. वह चाहते हैं कि एक छोटी सरकारी नौकरी उनकी लग जाए ताकि वह एक सामान्य जीवन जी सके.
गिनीज बुक ऑफ़ रिकार्ड्स के लिए आवेदनः मनीष ने बताया कि उन्होंने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के लिए भी अप्लाई किया हुआ है. जब जब उनसे जो डॉक्यूमेंट मांगे गए हैं, वह उपलब्ध कराए हैं. उसने बताया कि अपनी उंगलियों के बारे में बचपन से ही सुनता रहा था, लेकिन रिकॉर्ड बुक में नाम शामिल हो सकता है, इसके बारे में कभी सोचा नहीं था. उसने बताया कि सात उंगली और सभी उंगली छोटी होने के कारण फीता वाला जूता पहनने में कठिनाई होती है.
"एक मित्र ने बताया कि यह एक रिकॉर्ड हो सकता है. फिर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड टीम को इसकी जानकारी दी गयी. उन्होंने संपर्क किया और वीडियो और दस्तावेज मांगे, जो मैंने उपलब्ध करा दिया है. अब उनकी तरफ से भी जवाब में एक मेल आ गया है. उन्हें उम्मीद है कि जल्द उनका नाम इस रिकॉर्ड बुक में शामिल होगा."- मनीष